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Posts tagged "हिन्दी निबंध" (Page 7)
दीपावली दीपों का त्यौहार Deepawali Deepo ka Tyohar भारत त्यौहारों का देश है, यहाँ समय-समय पर विभिन्न जातियों समुदायों द्वारा अपने-अपने त्यौहार मनाये जाते हैं सभी त्यौहारों में दीपावली सर्वाधिक प्रिय है। दीपों का त्यौहार दीपावली, दीवाली जैसे अनेक नामों से पुकारा जाने वाला आनन्द और प्रकाश का त्यौहार है। यह त्यौहार भारतीय सभ्यता-संस्कृति का एक सर्वप्रमुख त्यौहार है। यह ऋतु परिवर्तन का सूचक है। इसके साथ अनेक धार्मिक मान्यताएँ भी...
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December 29, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
स्वयं पर विश्वास Swayam Par Vishvas संस्कृत में कहा गया है कि मन ही मनुष्य के बंधन ओर मोक्ष का कारण है-‘मन एवं मनुष्याणां कारण बंधा न मोक्ष्यों’। मन की स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है। मन ही व्यक्ति को सांसारिक बंधनों से बाँधता है, मन ही उसे इन बंधनों से छुटकारा दिलाता है। मन ही मन उसे अनेक प्रकार की बुराइयों की ओर प्रवृत्त करता है, तो मन ही उसे अज्ञान से...
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December 29, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अपने हाथ पर विश्वास Apne Haath Par Vishvash ‘खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से ये पूछे- बता तेरी रजा क्या है?’ शायर की उपर्युक्त पंक्तियाँ स्वावलंबी मनुष्य के बारे में है। जिनका आशय है कि स्वावलंबी या आत्मनिर्भर व्यक्तियों के सामने ईश्वर को भी झुकना पड़ता है। ऐसे व्यक्तियों का भाग्य लिखने से पहले ईश्वर को भी उनसे पूछना पड़ता है-‘बता तेरी रज़ा...
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December 29, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पुष्प की आत्मकथा Pushp ki Aatmakatha मैं पुष्प हूँ-जी हाँ पुष्प। प्रकृति माँ का सबसे सुकुमार, कोमल, भावुक और सुदर बेटा-पुष्प। उपवन मेरा घर है। हवा मेरी सहचर है। मेरी सुगंध-सा अदृश्य, कोमल विस्तृत चारों ओर फैला हुआ मेरा संसार है। ऐसा संसार जिसमें आकर कोई भी व्यक्ति भाव से भरकर आनंद से मस्त हुए बिना नहीं रह पाता। यह कहे बिना भी नहीं रह पता कि बड़े सुगंधित पुष्प खिले...
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December 29, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दिल्ली का लाल किला Delhi Ka Lal Qila लाल किला दिल्ली में यमुना नदी के किनारे स्थित है। इसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहाँ ने करवाया था। इसका निर्माण लगभग 300 वर्ष पहले हुआ। यह लाल पत्थरों से बना है। इस किले के बाहर चाँदनी चौक की ओर एक विशाल हरित प्रांगण है। इस स्थान का उपयोग राष्ट्रीय उत्सवों के लिए किया जाता है। इसके भीतरी हिस्से में तीन महत्त्वपूर्ण स्थान हैं-एक...
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August 8, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
एक पार्क का दृश्य Ek Park Ka Drishya पार्क शहर की शोभा है और आवश्यकता भी। यह खासकर शहरों और महानगरों का वह स्थान है जहाँ लोग आकर प्रकृति की सुंदरता का नजारा लेते हैं। गाँवों में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में इससे मनोरंजन भी होता है और पर्यावरण की सुरक्षा भी। छोटे कस्बे, छोटे शहर और महानगर में इसकी संख्या में अंतर होता है। छोटे...
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August 8, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
रवींद्रनाथ टैगोर Ravindra Nath Tagore रवींद्रनाथ टैगोर को ‘गुरुदेव’ के नाम से भी जाना जाता है। यह उपाधि इन्हें महात्मा गांधी ने दी थी। इनका जन्म 7 मई, सन् 1861 को द्वारकानाथ टैगोर लेन कोलकाता में हुआ था। इनके पिता का नाम देवेंद्रनाथ ठाकुर था। इनके पिता धार्मिक विचार के थे और समाजसेवी थे। इनकी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही हुई। अपने जीवन में रविबाबू 11 बार विदेश गए। इनका विवाह...
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August 8, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
एड्स का ज्ञान बचाए जान Aids Ka Gyan Bachaye Jaan एड्स एक अत्यंत खतरनाक बीमारी है। यह रोग आज पूरे विश्व में महामारी का रूप धारण कर चुका है। भारत में पहली बार एड्स का मामला सन् 1986 में प्रकाश में आया। सन 1987 में सरकार दवारा एडस नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया। वर्ष 2000 में भारत में एड्स रोगियों की कुल संख्या 38 लाख 70 हजार हो गई। एच.आई.वी. संक्रमित...
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August 8, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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