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Posts tagged "Hindi essays" (Page 197)
महानगर का जीवन Mahanagar Ka Jeevan महानगर अर्थात् ऊँची-ऊँची इमारतों, बड़े-बड़े कल कारखानों, दुकानों तथा दौड़ते वाहनों आदि से पूरित घनी आबादी वाला शहर। न्यूयार्क, वांशिगटन, लंदन, टोक्यो, पेरिस आदि विश्व के कुछ प्रमुख महानगर हैं। हमारे भारतवर्ष में दिल्ली, कोलकता, मुंबई तथा चेन्नई को महानगर की संज्ञा दी गई है। महानगरीय जीवन अनेक रूपों में मनुष्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है पंरतु वहीं दूसरी ओर यह त्रासदी...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पंचायती राज विधेयक (तिहत्तरवाँ संविधान संशोधन विधेयक) Panchayati Raj Vidheyak निबंध नंबर : 01 देश में पंचायती राज व्यवस्था को लाने हेतु पं0 नेहरू के समय से ही बात चल रही थर परंतु उसे ठोस आधार प्रदान करने की कारवाई आधे-अधूरे ढंग से ही हो पाई थी। इस कमी की पूर्ति के लिए एक विधेयक को लोकसभा में पारित होने के लिए 24 अप्रैल, 1993 को रखा गया। पंचायती राज विधेयक...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय ग्रामीण जीवन Bhartiya Gramin Jeevan Best 3 Essays on “Bhartiya Gramin Jeevan” निबंध नंबर :-01 भारत एक विशाल जनसंख्या वाला देश है जिसका एक बहुत बड़ा भाग आज भी गाँवों मे निवास करता है। ये लोग आज भी अपनी आजीविका के लिए पूर्ण रूप से कृषि पर निर्भर हैं। वास्तविक रूप ये यदि देखा जाए तो भारत की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार कृषि ही है। गाँवों मे लोग प्रायः...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय गाँव निबंध नंबर : 01 भारतीय एक कृषि प्रधान देश है। प्राचीन काल से ही हमारे देश की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार कृषि ही रहा है। कृषि पर हमारी निर्भरता के साथ ही यह भी तथ्य हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि देश की सत्तर-प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या गाँवों मे ही निवास करती है। किसी कवि ने सत्य ही लिखा है कि – है अपना हिंदुस्तान कहाँ, यह बसा...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
एड्स AIDS एड्स एक जानलेवा बीमारी है जो धीरे-धीरे समूचे विश्व को अपनी गिरफ्त में लेती जा रही है। दुनियाभर के चिकित्सक व वैज्ञानिक वर्षों से इसकी रोकथाम के लिए औषधि की खोज में लगे हैं परंतु अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिल सकी है। पूरे विश्व में एड्स को लेकर तरह-तरह की चर्चाएँ हैं सभी बेसब्री से उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं जब वैज्ञानिक इसकी औषधि की खोज...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय नारी Bharatiya Nari निबंध नंबर :- 01 नारी तुम केवल श्रद्धा हो, विश्वास रजत नग पगतल में। पीयूष स्त्रोत सी बहा करो, जीवन के सुंदर समतल में।। – जयशंकर प्रसाद प्राचीन युग से ही हमारे समाज में नारी का विशेष स्थान रहा है। हमारे पौराणिक ग्रंथों में नारी को पूज्यनीय एंव देवीतुल्य माना गया है। हमारी धारणा रही है कि देव शक्तियाँ वहीं पर निवास करती हैं जहाँ पर समस्त...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नशाबंदी Nasha Bandi नशा अर्थात् मादक पदार्थों के सेवन से प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति ग्रसित है। यहाँ तक कि अब महिलाओं में भी यह प्रवृत्ति घर करती जा रही है। वैसे तो इसका सेवन विश्व भर में हो रहा है पंरतु भारत में यह दर्द बनकर व्याप्त है। प्रतिदिन घटित घटनाओं से इसकी कुरीतियों और दुष्परिणामों की जानकारी प्राप्त होती है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि हमारी आधुनिक सभ्यता की...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
भारत की सामाजिक समस्याएँ Bharat ki Samajik Samasyayen भारत एक विशाल देश है जहाँ विभिन्न धर्मों, जाति व वेश-भूषा धारण करने वाले लोग निवास करते हैं। दूसरे शब्दों में, अनेकता मे एकता हमारी पहचान और हमारा गौरव है पंरतु अनेकता अनेक समस्याओं की जननी भी है। जाति, भाषा, रहन-सहन व धार्मिक विभिन्नताओं के बीच कभी-कभी सामंजस्य स्थापित रखना दुष्कार हो जाता है। विभिन्न धर्मों व संप्रदायों के लोगों की विचारधाराएँ भी...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment