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Posts tagged "कहावत" (Page 17)
न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी Na rahega bans, na bajegi bansuri श्रीकृष्ण बचपन में बहुत नटखट थे। इनको बचपन से ही बांसुरी बजाने की लगन थी। ग्वाले रोजाना गायें चराने जाते थे। श्रीकृष्ण इनके बीच बांसुरी बजाते रहते थे। उनकी बांसुरी की आवाज इतनी सुरीली और मधुर होती थी कि जो भी सुनता था, वह मुग्ध हो जाता था। श्रीकृष्ण के युवावस्था तक पहुंचते-पहुंचते बांसुरी की आवाज जादू का काम...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सीख ताको दीजिए, जाको सीख सुहाय Seekh tako dijiye, Jako seekh suhaye जंगल में खार के किनारे एक बबूल का पेड़ था। उसमें लगे पीले फूल महक रहे थे। आसमान में चारों ओर बादल छाए हुए थे। ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी। मौसम बड़ा सुहावना था। इसी बबूल की एक पतली डाल खार में लटकी हुई थी। इसी डाल पर बिल्कुल आखिर में बया पक्षी का एक घोंसला था। इसी घोंसले...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जैसा करे वैसा पावे, पूत-भतार के आगे आवे Jaisa kare vaisa pave, Poot-bhatar ke aage aave एक बुढ़िया ने सोचा था कि जब मेरी बहू आएगी तो कुछ काम नहीं करना पड़ेगा। बेटा-बहू, दोनों सेवा करेंगे। पति तो युवावस्था में ही खत्म हो गया था। फिर सोचा, मैं दादी बनूंगी और घर स्वर्ग बन जाएगा। बुढ़िया के लड़के की शादी हुई, दादी भी बनी, लेकिन उसका सोचा हुआ असली सपना...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अपने किए का क्या इलाज Apne kiye ka kya ilaj गांव के किनारे एक किसान का घर था। घर के सामने ही उसके खेत थे। खेतों में गेहूं की पकी फसल खड़ी हुई थी। खेतों की रखवाली में पूरा परिवार रात-दिन लगा रहता था। कई साल बाद इतनी अच्छी फसल हुई थी। सभी लोग प्रसन्न थे। इस फसल के भरोसे किसान ने कई मनसूवे पूरे करने के विचार बना लिए थे।...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चार लट्ठ के चौधरी, पांच लट्ठ के पंच Char lath ke Chaudhar, Panch lath ke Panch एक दिन गांव में फौजदारी हो गई। जो कमजोर थे, वे बेचारे पिटे और गालियां खाईं। मामला गांव के मुखिया के पास गया, तो उन्होंने एक दिन पंचायत बुलाई और उसमें दोनों तरफ के लोगों को बुलाया। पंचायत में गांव के लगभग सभी लोग मौजूद थे। जब एक-एक करके दोनों ओर की बातों को सुना...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जैसे को तैसा Jaise ko Taisa पहले विवाह के संबंधों में लड़के-लड़कियों की पूरी छानबीन पंडितों और नाइयों पर छोड़ दी जाती थी। ‘लड़के को पक्का करने के लिए पीली चिट्ठी’ और ‘लगन’ ले जाने का काम नाई ही करता था। एक व्यक्ति की लड़की तुतलाती थी। उसने अपनी लड़की के रिश्ते के लिए एक नाई से कह रखा था। उसी नाई के प्रयास से रिश्ते के लिए बात चली। पहले...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चोर की दाढ़ी में तिनका Chor ki dadhi me Tinka एक काजी का फैसला सुनाने के मामले में दूर-दूर तक नाम था। वह कोशिश यही करता था कि किसी बेगुनाह को सजा न हो। कोई-कोई मुकदमा ऐसा आता था, जिसमें वह अपनी बुद्धि का बहुत अच्छा परिचय देता था। इसी प्रकार का एक मुकदमा उसके यहां आया। चोरी के शक में चार आदमियों को इजलास में हाजिर किया गया था।...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बोले सो कुंडी खोले Bole so kundi khole एक बार दो मंजिले मकान में कई किराएदार थे। मुख्य दरवाजा रात के लगभग ग्यारह बजे तक खुला रहता था। इस समय तक कुछ लोग जागते रहते और कुछ लोग सो जाते थे। सर्दियों का समय था। जोर की सर्दी पड़ रही थी। रात के करीब डेढ़ बजे थे। हरभजन दरवाजे पर आवाज लगाने लगा। कुछ देर बाद जब दरवाजा नहीं खुला,...
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July 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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