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Hindi Essay on “Jansanchar Madhyam”, “जनसंचार माध्यम” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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जनसंचार माध्यम Jansanchar Madhyam   संकेत बिंदु-संचार का अर्थ –जनसंचार का स्वरूप –जनसंचार के कार्य –जनसंचार के विविध उपकरण संचार दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच सूचना, विचारों और भावनाओं का आदान-प्रदान है। संचार के कई प्रकार हैं जिनमें मौखिक और अमौखिक संचार के अलावा अंत: वैयक्तिक, अंतरवैयक्तिक, समूह संचार और जनसंचार प्रमुख हैं। जनसंचार सूचना, शिक्षा और मनोरंजन के अलावा एजेंडा तय करने का काम भी करता है।...
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Hindi Essay on “Badalta Bharat”, “बदलता भारत” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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बदलता भारत Badalta Bharat संकेत बिंदु –भारत का वर्तमान रूप –बदलाव –सुनहरा अतीत –भविष्य हम भारत में हो रहे बड़े बदलावों और विकास कार्यों की दहलीज पर खड़े हैं। यह हर भारतीय के लिए उम्मीदों भरा दौर है, एक ऐसा दौर है जिसमें वे बेहतर जिंदगी और बेहतर देश का ख्वाब देख सकते हैं। लिहाजा, यही वह वक्त है, जब हम भविष्य के भारत का ताना-बाना बुनें। हालाँकि जब हम सावधानीपूर्वक...
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Hindi Essay on “Pradushan ki Samasiya”, “प्रदूषण की समस्या” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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प्रदूषण की समस्या Pradushan Ki Samasiya संकेत बिंदु –भूमिका –विकट समस्या –कारण –निवारण आज प्रदूषण की समस्या अत्यंत विकराल होती जा रही है। अब हमें शुद्ध वायु तक उपलब्ध नहीं है। वैज्ञानिक आविष्कार्य और बदलते हुए औद्योगीकरण के फलस्वरूप वायु सर्वाधिक दूषित और विषैली हो चली है। बेशुमार धुंआ उगलते कल-कारखाने, सड़कों पर पेट्राल और डीजल का विशाल धुओं सारे पर्यावरण को रुग्ण, विषैला और निर्जीव बना रहा है। कल-कारखानों से...
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Hindi Essay on “Television aur Uski Upyogita”, “टेलीविज़न और उसकी उपयोगिता” Complete Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, 12 Students.

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टेलीविज़न और उसकी उपयोगिता Television aur Uski Upyogita Essay No. 01  जान-विज्ञान के हर क्षेत्र में प्रगति कर रहे वैज्ञानिकों ने अनेक अदभत सफलताएँ प्राप्त की हैं। टैलीविज़न भी ऐसी ही एक उपलब्धि है। टैली का अर्थ है दर और विजन का अर्थ है दृष्टि अर्थात् ऐसा उपकरण जिसके द्वारा दर घटने वाली घटनाएँ भी देखी जा सकें। हिन्दी में इसका दूरदर्शन’ नाम अत्यन्त उपयुक्त है। स्काटलैंड के एक वैज्ञानिक ने...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Jab Aave Santosh Dhan” , “जब आवै संतोष धन, सब धन धूरि समान” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

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जब आवै संतोष धन, सब धन धूरि समान Jab Aave Santosh Dhan Best 4 Hindi Essay on “Jab Aave Santosh Dhan” निबंध नंबर :- 01  ‘हरि अनंत, हरिकथा अनंता’ की भाँति हमारी इच्छाओं का भी कोई अंत नहीं होता। एक इच्छा पूरी होती नहीं कि दूसरी इच्छा पैदा हो जाती है। पूरा जीवन हम इच्छाओं के मूकड-जाल में फंसे रहते हैं। इच्छाओं के इस असीम सागर को पार करना तो किसी...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Pustkalaya ”, ”पुस्तकालय” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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पुस्तकालय Pustkalaya  Essay No. 01 पुस्तकें ज्ञान का भण्डार होती हैं। हर प्रकार का ज्ञान आज के युग में पुस्तकों के रूप में उपलब्ध है। आज प्रायःसभी लोग ज्ञान की प्राप्ति के प्रयत्न करते रहते हैं। पुस्तकें ज्ञान भी देती है मनोरंजन भी करती हैं। पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र हैं। उनको पढ़ने से ज्ञान भी मिलता है, समय का सदुपयोग भी हो जाता है। कोई व्यक्ति कितना भी धनवान क्यों...
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Hindi Essay, Biography on “Mother Teresa”, “मदर टेरेसा” Complete Hindi Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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मदर टेरेसा Mother Teresa Essay No. 01 मदर टेरेसा का जन्म 27 अगस्त, सन् 1910 को अल्बानिया के स्कोप्जे नगर में हुआ था। इनका बचपन का नाम एग्नेस गोन्हज़ा बोजाज्यू था। बाद में इनका नाम ‘सिसटर टेरेसा’ कर दिया गया। बचपन से ही वे उदार, कोमल, दयालु और शांत स्वभाव की थीं। मदर टेरेसा, सन् 1928 में एक अध्यापिका के रूप में भारत आईं। ये कोलकाता के सेंट मेरी हाई स्कूल...
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Hindi Essay on “Paradhin Supnehu Sukh Nahi”, “पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं Complete Hindi Nibandh for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं Paradhin Supnehu Sukh Nahi Best 5 Essays on “Paradhin Sapnehu Sukh Nahi” निबंध नंबर :-01  प्रस्तावना : सामान्यतः मानव अपने जीवन में जो कुछ भी कार्य करता है, उसका एक मात्र उद्देश्य होता है कि वह अपने को सुखी कर सके। अपना विकास कर सके और जितना भी जीवन उसने जीना है उतना स्वाभाविक रूप में जी सके। लेकिन मानव का आदि काल से अब तक का...
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