सहशिक्षा सहशिक्षा से अभिप्राय शिक्षा की उस व्यवस्था से है जिसमे लडके तथा लडकियाँ एक साथ शिक्षा ग्रहण करते हो | इस विषय पर कि इस प्रकार की शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए कि नही काफी समय से चर्चा होती रही है | कुछ लोग इस व्यवस्था के पक्ष में है तथा कुछ इसके पक्ष में नही है | इस प्रकार की चर्चा होते हुए भी , आजकल हमारे देश भारत...
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February 17, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
स्वदेश प्रेम Swadesh Prem Best 4 Essay on ” Swadesh Prem” निबंध नंबर : 01 स्वदेश का अर्थ है अपना देश अर्थात अपनी मातृभूमि | यह वह स्थान होता है जहाँ हम पैदा होते है, पलते है और बड़े होते है | जननी तथा जन्मभूमि की महिमा का स्वर्ग से बढकर बताया गया है | जिस देश में हम जन्म लेते है तथा वहाँ का अन्न, जल, फल, फूल आदि खाकर...
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February 17, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages31 Comments
राष्ट्रीय एकता आज से सहस्त्र वर्ष पूर्व जब भारत में पूरी तरह एकता थी तब यह देश सारे विश्व में शक्ति व शिक्षा में महान था | तब हमारा एक राष्ट्र था, एक भाषा तथा एक ही राष्ट्रीय विचारधारा थी | परन्तु जब से हमारी राष्ट्रीय एकता छिन्न-भिन्न हुई है तब से हमे दुर्दिनो का सामना करना पड़ रहा है | तभी से हम परतन्त्र हो गए है | हमारे धर्म...
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February 17, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), Languages1 Comment
पर्वतारोहण मानव का आदि युग से प्रकृति के साथ गहरा सम्बन्ध रहा है | वह इसके साथ रहकर सदैव आनन्द की खोज में लगा रहता है | इसीलिए प्रकृति तथा मावन का आपसी सम्बन्ध अविच्छिन्न रूप से सदा के लिए जुड़ गया है | इसी कारण मानव की प्रवृत्ति घुमक्कड़ किस्म की बन गई है | पर्वतारोहण इसी प्रवृत्ति का अंग है | पर्वतारोहण से अभिप्राय है पर्वतों के शिखरों पर...
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February 17, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
कर्त्तव्य- पालन निबंध नंबर : 01 संसार में सभी मनुष्य अपने जीवन को सफल बनाने के लिए सत्कार्य करते है | इस प्रकार के सत्कार्य ही उनके कर्त्तव्य कहलाते है | तथा इनका भी प्रकार पालन करना ही कर्त्तव्य –पालन कहलाता है | हमारे कर्त्तव्य-पालन करते रहने से संसार की व्यवस्था बनी रहती है | इनसे समाज की रीति-नीतियों बनी रहती है | कर्त्तव्य-पालन से ह हमारे जीवन में सच्चरित्र गुणों...
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February 17, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सदाचार – सच्चरित्रता Sadachar – Sacharitrata निबंध नंबर : 01 सच्चरित्रता व्यक्ति का वह व्यवहार होता है जो किसी को हानि नही पहुँचाता, बल्कि जो सभी का हर प्रकार से शुभ एव हितकारी होता है तथा जिसके लिए कुछ भी छिपाने व मिथ्या भाषण की आवश्यकता नही पडती | सच्चरित्र वाला व्यक्ति अपने अच्छे व्यवहार से जीवन तथा समाज में सभी को शीघ्र एव सहज ही प्रभावित कर लिया करता है...
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February 17, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
Corruption Corruption is rampant in India. It is like a cancer that is eating away at the innards of the country. Government employees are some of the most corrupt people in India. Of course, not all of them are corrupt but a good percentage of them take bribes from those who approach them to get something done. One reason for this is that government employees in most states are not paid...
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February 16, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
Cyber Terrorism With the mushrooming growth of Information Technology application in the critical functioning of various infrastructures, associated closely with appliance and our everyday life, the focus has been sharpened on the security of Critical Infrastructure Protection by nations around the world. Common among such infrastructures are the essential services like electricity, telephone connectivity , vehicular and railway traffic control and gas/oil transportation. As such infrastructures are dependent more on IT,...
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February 16, 2017 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment