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Jhutho ka Badhshah, “झूठों का बादशाह” Hindi motivational moral story of “Akbar Allahabadi” for students of Class 8, 9, 10, 12.
झूठों का बादशाह
Jhutho ka Badhshah
अंग्रेज गवर्नर लार्ड कर्जन भारतीयों से नफरत करता था। एक सभा में कर्जन ने कह दिया कि “रूह-सिहाय (काला) हिन्दुस्तानी पहले दर्जे का झूठा और बेईमान होता है।” इस अपमानजनक बात से सारे देश में रोष फैल गया। हर नेता, हर संस्था विरोध करने लगी। प्रसिद्ध शायर अकबर इलाहाबादी ने कर्जन के कथन पर टिप्पणी की-
“बेसक है झूठ-सच की छिड़ी बहस हिंद में,
सच कहते हैं कि झूठे ही कहते है ‘रूह सियाह’ ।
कैसे ही हम हों, आप तो हैं हम पै हुकमरो,
झूठे हैं हम, तो आप हैं, झूठों के बादशाह।। “