Hindi Letter “Bhrashtachar rokne ke kuch upaye dete hue Sampadak ko Patra”, “भ्रष्टाचार रोकने के कुछ उपाय देते हुए संपादक को पत्र”
भ्रष्टाचार रोकने के कुछ उपाय देते हुए संपादक को पत्र
परीक्षा भवन
दिनांक…
सेवा में,
कार्यकारी सम्पादक,
दैनिक पंजाब केसरी,
दिल्ली।
विषयः भ्रष्टाचार रोकने के कुछ उपाय
महोदय,
मैं प्रतिष्ठित समाचार पत्र से आपका ध्यान भ्रष्टाचार की समस्या की ओर खींचना चाहती हूँ। सरकारी कर्मचारियों की ऐसी मानसिकता हो गई है कि बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं करते। भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी फैल गई हैं कि यह ऊपर से नीचे तक है।
चाहे पुलिस थाना हो और चाहे न्यायालय। आए दिन उच्च पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी रंगे हाथों रिश्वत लेते पकडे जाते हैं। नेताओं का तो भ्रष्टाचार से कमाया धन देशी-विदेशी बैंकों तक में जमा है। देश में भ्रष्टाचारियों का पैसा अनेक बैंको में अलग-अलग नामों से जमा है। सगे-संबंधियों तक के घरों में भ्रष्टाचारियों का पैसा है। सरकार को तत्काल हजार व पाँच सौ के नोट में बदलाव करना चाहिए। दूसरे जीवन रक्षक आवश्यकताओं को प्राप्त करने के लिए स्मार्ट कार्ड जारी करना चाहिए। इससे रिश्वत देने लेने में कुछ रसक नकेल लगेगी। प्रष्टाचारी के पकड़े जाने पर उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर देना चाहिए। उसके लिए उसे कम से का पाँच वर्ष तक की सश्रम कारावास की व्यवस्था की जानी चाहिए। तभी भ्रष्टाचार पर लगाम लग सकती है।
धन्यवाद
भवदीय
अर्चना वर्मा,
दिल्ली।