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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Parv-Tyohar : Hamari Sanskriti ke Rakshak” , “पर्व-त्योहार: हमारी संस्कृति के रक्षक” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

पर्वत्योहार: हमारी संस्कृति के रक्षक

Parv-Tyohar : Hamari Sanskriti ke Rakshak

 

पर्वत्योहार : संस्कृति के परिचायक-पर्व और त्योहार किसी भी देश और संस्कृति के परिचायक होते हैं। वे समाज की आकांक्षा को व्यक्त करते हैं। भारत पढ़े-लिखे अत्याचारियों का विनाश चाहता है। इसलिए यहाँ दशहरा मनाया जाता है। हम स्वतंत्रता चाहते हैं, इसलिए स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

भारत के त्योहारभारत त्योहारों का देश है। यहाँ विविध प्रकार के त्योहार मनाए जाते हैं। सभी त्योहार कोई-न-कोई संदेश भी अवश्य देते हैं। यहाँ के प्रमुख त्योहार हैं-दीपावली, दशहरा, होली, ईद, क्रिसमस, पंद्रह अगस्त, गणतंत्र दिवस, रक्षा-बंधन, कृष्ण जन्माष्टमी आदि।

दीपावलीप्रकाश का उत्सव-दीपावली प्रकाश का उत्सव है। यह अँधेरे वातावरण में खुशी का प्रकाश फैलाने वाला उत्सव है। यह हमें संदेश देता है कि सदा दीपक की भाँति प्रकाशित रहो और आस-पास का अँधेरा दूर करो। यह त्योहार हमें मर्यादापुरुषोत्तुम राम से जोड़े रखता है।

दशहराअन्याय पर विजय का उत्सव-दशहरा अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक है। इस दिन दस विद्याओं में प्रवीण रावण का संहार हुआ था। यह परस्त्री का अपहरण करने वालों के संहार का संदेश देता है, ऋषियों-मुनियों का ध्वंस करने वालों क सर्वनाश का संदेश देता है। यह उत्सव जन-जन को अन्याय के विरुद्ध खड़ा करने का संस्कार देता है।

होलीभाईचारे की संस्कृति का रक्षक-होली भाईचारे और मिलन की संस्कृति का परिचायक है। इस दिन सभी देश सब प्रकार के भेदभाव भूलकर आपस में गले मिलते हैं। पुराने गिले-शिकवे दूर करते हैं तथा जीवन को नए सिरे से जीने का लेते हैं। यह उत्सव हमें तनाव-रहित होने का संस्कार देता है।

ईदईद पवित्रता और संयम का पाठ पढ़ाता है। इस दिन भारत के मुसलमान ही नहीं, हिंदू भी खुशियाँ मनाते हैं।

क्रिसमसक्रिसमस का त्योहार ईसाइयों तक सीमित न होकर पूरे भारतवासियों का त्योहार बन चुका है। यह खुशियों के आपस में मिल-बाँटकर जीने की सीख देता है।

पंद्रह अगस्तपंद्रह अगस्त भारत की आजादी का उत्सव है। यह उत्सव हमें हमारे शहीदों की याद दिलाता है। इस दिन हमें प्रेरणा मिलती है कि हमें संगठित होकर जीना चाहिए ताकि फिर से विदेशी शक्तियाँ भारत पर कब्जा न जमा लें।

गणतंत्र दिवसगणतंत्र दिवस हमें सामूहिक भावना से जीना सिखाता है। यह लोकतंत्र का उत्सव है। इस दिन हमें प्रेरणा मिलती है कि हम सबकी इच्छा-शक्ति से सबका विकास करें। यह देश किसी एक जाति या संप्रदाय का न होकर सभी भारतवासियों का देश है। अतः हम सबकी परंपराओं का मान करना सीखें।

रक्षाबंधनरक्षा-बंधन आपसी सरक्षा का त्योहार है। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि हमें आपस में एक-दूसरे का संरक्षक बनना है। यह विशेषकर भाई-बहन के प्यार का त्योहार है। इससे हमारे पारिवारिक संस्कार जीवित रहते हैं।

अन्य त्योहारों का महत्त्वइन त्योहारों के अतिरिक्त अन्य त्योहार भी हमारे संस्कारों को सुरक्षित रखने में सहायक बनते हैं। कृष्ण जन्माष्टमी हमें कृष्ण की महानता की याद दिलाती है। बुद्ध पूर्णिमा, महावीर जयंती, रामनवमी, नानक जयंती आदि उत्सव भी हमें हमारी महान परंपराओं को बनाए रखने का स्मरण कराते हैं।

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