Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Nari aur Naukari” “नारी और नौकरी” for Class 10, 12 Examination.
नारी और नौकरी (Nari aur Naukari)
आज के वैज्ञानिक युग में नारी पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। शिक्षा, पत्रकारिता, चिकित्सा, कानून, व्यापार, हस्तकला और यहाँ तक कि पुलिस और सेना में भी महिलाओं का अपना कार्य मुस्तैदी से करते हुए देखा जा सकता है। पुरूषों का वर्चस्व तोड़कर कामयाबी हासिल करने वाली महिलाओं को आज भी परिवार से वह सहयोग नहीं मिल रहा जो उसे मिलना चाहिए। अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों और घरेलू दायित्व के बीच तालमेल बिठाती हुई स्त्री हर जगह देखी जा सकती है। कार्यालय की जिम्मेदारियाँ निभाते हुए, अपने घर, परिवार और बच्चों की देखभाल करती हुई नारी दो पाटों में फंसे खूँटे के समान हो गई है। सबकी आवश्यकता पूरी करती हुई वह दोनों में संतुलन स्थापित करती रहती है। थोड़ी-सी भी असफलता से उसे निंदा का सामना करना पड़ता है। कामकाजी नारी की बात होते ही किसी स्कूल कार्यालय में काम करने वाली औरतों की छवि आ जाती है। इनके कौशल, इनकी व्यक्तिगत पहचान को सम्मान नहीं दिया जाता किंतु इनके कौशल का लोहा सभी मानते हैं। कामकाजी नारी पूर्ण सजगता से घर को चलाने के लिए कार्यालय को चलाने की ईमानदार कोशिश करती है। आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर होकर इनका व्यक्तित्व निखर जाता है।