Home » Languages » Hindi (Sr. Secondary) » Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Marilyn Monroe” , ”मर्लिन मुनरो” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Marilyn Monroe” , ”मर्लिन मुनरो” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

मर्लिन मुनरो

Marilyn Monroe

 

अमरीका : प्रेम-सौंदर्य की देवी

जन्म : 1926 मृत्यु : 1962

 

हॉलीवुड की तीन सिने तारिकाओं का अपना अलग ग्लेमर रहा है। ये हैं मर्लिन मुनरो, जीन हार्लो तथा रीटा हैवर्थ। इनमें मर्लिन मुनरो का जादू कुछ निराला ही है, जो उसकी मृत्यु के चार दशक व्यतीत हो जाने के बावजूद आज तक बरकरार है।

मर्लिन मुनरो का जन्म। जून, 1926 को लॉस एंजिलिस (अमरीका) में हुआ था। उसका बचपन निर्धनता में गुजरा। प्रारंभ में उसे नोमी जीन कहा जाता था। सोलह साल की आयु में मुनरो का विवाह जिम डोहर्टी से हो गया। उसने आगे चलकर दो विवाह और रचाए। दुर्भाग्य से वह अपने सभी वैवाहिक संबंधों में असफल रही। हां, कई बड़ी हस्तियों, जैसे-ऑर्थर मिलर, मार्लन ब्रांडो तथा जॉन एफ. केनेडी से उसके रूमानी संबंध बड़े प्रगाढ़ रहे। 4 अगस्त, 1962 को मुनरो ने रहस्यमयी परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली।

हॉलीवुड ने दुनिया को एक से बढ़कर एक तारिकाएं दी हैं। जैसे- हैपबर्न, गार्बो, सोफिया लारेन, जेन फौंडा, लिज टेलर आदि, लेकिन इनमें से कोई भी मर्लिन मुनरो जैसी चर्चित या लोकप्रिय नहीं रही। मनरो अपने अपूर्व सौंदर्य और बेहद रूमानी अदाओं के कारण करोड़ों दिलों पर लंबे समय तक छाई रही। उसपर कई किताबें भी लिखी गयी हैं। उसने अपने कैरियर की शुरुआत ‘शो गर्ल’ के रूप में की थी। ‘बैंक’ पत्रिका के लिए दिए गए उसके नग्न चित्रों ने अमरीका में सन्सनी फैला दी। बाद में वह फिल्मों में आ गई। यहां उसके रूप-सौंदर्य का ऐसा जादू चला, जैसा किसी अन्य अभिनेत्री में नहीं देखा जा सका।

उसकी प्रमुख फिल्में हैं : ‘जैंटलमैन प्रीफर ब्लांडीज’ (1953), ‘दि सेवन इयर इच’ (1955), ‘बस स्टॉप’ (1956), ‘सम लाइक इट हॉट’ (1959), ‘हाउ टु मैरी ए मिलियोनेयर’, ‘ए स्ट्रीट कार नेम्ड डिजायर’, ‘देयर इज नो बिजनेस लाइक शो बिजनेस’, ‘दि एस्फाल्ट जंगल’, ‘निआग्रा’ तथा ‘द प्रिंस एंड द शो गर्ल’ (1957)।

फिल्मों में आने के पूर्व मनरो कैलेंडर गर्ल के रूप में विख्यात रही। एक बार उसके एक चित्र की अस्सी लाख से भी अधिक प्रतियां बिकी थीं। ‘लीविंग लीजेंड’ मर्लिन मुनरो की मृत्यु का वास्तविक कारण अभी भी अज्ञात है, किंतु ऐसा कहा जाता है कि मुनरो को क्यूबा के राष्ट्रनायक फिदेल कास्त्रो की हत्या का षड्यंत्र का पता लग गया था। इसलिए हो सकता है कि सी.आई.ए. ने उसे आत्महत्या करने के लिए विवश कर दिया हो। उल्लेखनीय है कि मुनरो के तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी से बड़े घनिष्ठ संबंध थे।

About

The main objective of this website is to provide quality study material to all students (from 1st to 12th class of any board) irrespective of their background as our motto is “Education for Everyone”. It is also a very good platform for teachers who want to share their valuable knowledge.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *