Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Dahej Prath : Ek Abhishap” “दहेज प्रथा : एक अभिशाप” for Class 10, 12 Examination.
दहेज प्रथा : एक अभिशाप (Dahej Prath : Ek Abhishap)
भारत में अनेक सामाजिक समस्याएँ हैं जिनमें से दहेज प्रथा एक अभिशाप का रूप ले चुकी है। इसके कारण कई माता-पिता लड़कियों को बोझ समझते हुए उसे जन्म भी देना नहीं चाहते। यह एक निंदनीय बात है। दहेज कम लाने पर वधु को ससुराल में भी प्रताड़ित किया जाने लगता है। कई बार हम खबर पढ़ते हैं कि अमुक शहर किसी युवती ने फाँसी लगा ली, किसी ने छत से कूदकर जान दे दी, कोई रेल से कट मरी। कभी-कभी किसी पर मिट्टी का तेल छिड़ककर जलाए जाने की खबर भी आती है। इन सभी घटनाओं के मूल में दहेज प्रथा ही होती है। कोई-कोई युवती ही हिम्मत कर इनसे लड़ पाती है और वापस पिता के घर पहुँच पाती है। सरकार द्वारा अब दहेज निषेध अधिनियम बनाकर दहेज लेने और देने को अपराध घोषित किया जा चुका है। आज दुल्हन शिकायत पर ससुराल पक्ष के लोगों को जेल में बंद कर दिया जाता है। लेकिन कुछ वधुओं ने अपने स्वार्थवश की ससुराल पक्ष पर झूठे आरोप लगाकर इस कानून का गलत इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। आज युवकों को इसके लिए सामने आकर दहेज मुक्त विवाह करना होगा तभी इस समस्या का स्थायी हल होगा।