Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Bharat me Badh ki Samasya” “भारत में बाढ़ की समस्या” for Class 10, 12 Examination.
भारत में बाढ़ की समस्या (Bharat me Badh ki Samasya)
बाढ़ प्रकृति का एक बहुत भीषण स्वरूप है। यह भयंकरता का सूचक है, इसका दृश्य बहुत ही भयप्रद होता है। गंगा, यमुना, बिहार की कोसी नदी और उड़ीसा की महानदी आदि नदियों में बाढ़ आती है जिसमें हजारों व्यक्ति काल के गर्त में समा जाते हैं। मकान डूब जाते हैं, खेती नष्ट हो जाती है तथा पशु-धन आदि सब बह जाते हैं। इसके कारण जनजीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है, लोग बेघर हो जाते हैं। फसलें बर्बाद होने के कारण उद्योग-धंधे अस्त-व्यस्त हो जाते हैं। पहनने के लिए वस्त्र का अभाव अन्न-जल की समस्या आदि बाढ़ ग्रस्त लोगों का जीना मुश्किल कर देती है। बाढ़ की विभीषिका से त्रस्त होकर लोगों को मजदूरी करने व बढ़ने के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता है। बाढ़ एक प्राकृतिक प्रकोप है इसलिए इसे रोकना मुश्किल है। परंतु इससे बचने के लिए उपाय किए जा सकते हैं। हमारी सरकार इस दिशा में सक्रिय है। उसने अनेक डैमों का निर्माण करवाया जिससे जल पर नियंत्रण किया गया तथा साथ ही साथ जल से बिजली उत्पन्न कर अनेक उद्योग-धंधों के विकास में भी योगदान दिया। हमारा कर्त्तव्य होना चाहिए कि जब कभी भी देश में कहीं भी बाढ़ के रूप में आपत्ति आए तो हम तन मन और धन से बाढ़ पीड़ितों की सहायता करें।