Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Alfred Hitchcock” , ”अलफ्रेड हिचकॉक” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
अलफ्रेड हिचकॉक
Alfred Hitchcock
इंग्लैंड : ‘हॉरर-सस्पेंस’ फिल्मों के जनक
जन्म : 1899 मृत्यु: 1980
अलफ्रेड हिचकॉक का जन्म सन् 1899 में इंग्लैंड में हुआ था। वह लंदन विश्वविद्यालय में पढ़े, किंतु कोई डिग्री नहीं ले सके। बाद में वह एक केबिल कंपनी में नौकरी करने लगे। फिर वह अमरीका की एक फिल्म कंपनी से जडे । 25 वर्ष की अवस्था में वह किसी तरह फिल्म निर्देशक बन गए। इसी दौरान वह अल्मा रेविल के साथ विवाहसूत्र में बंध गए। वह उनके साथ 46 वर्षों तक रही। जब उन्होंने फिल्में बनानी शुरू की, तब उनके पास पैसे की इतनी कमी थी कि ‘एक्स्ट्रा ‘ के रोल भी वह स्वयूँ करते थे।
लेकिन धीरे-धीरे रहस्य-रोमांच की फिल्मों से उन्हें इतनी ज्यादा सफलता मिली, जितनी बहुत कम को ही नसीब होती है। 29 मई, 1980 को उनकी मृत्यु हो गई। अलफ्रेड हिचकॉक दुनिया के सबसे चर्चित, लोकप्रिय एवं सफलतम फिल्म निर्माता थे। उन्हें हॉरर-सस्पेंस फिल्मों का जनक कहा जाता है। इस तरह की फिल्में विश्वभर में पसंद की जाती हैं। उन्होंने 60 फिल्में और 350 से ज्यादा टी.वी. कार्यक्रम दिए। उनकी फिल्म निर्माण राशि डेढ़ अरब रुपए से अधिक आंकी जाती है। उनके द्वारा हॉलीवुड में बनाई गई पहली फिल्म ‘रिबेका’ के लिए ‘ऑस्कर एवार्ड’ तथा ‘फ्रेन्जी’ को वर्ष (1972) की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। उनकी खौफनाक फिल्म ‘सायको’ आज तक नहीं बनी। मक सिनेमा से सावाक सिनेमा तक उन्होंने जो रोमांचक सफर तय किया, उसके कारण उन्हें इंग्लैंड की महारानी ने ‘नाइट’ की उपाधि से सम्मानित किया।
यूँ तो अलफ्रेड हिचकॉक की प्रत्येक फिल्म अपने आप में बेहद चर्चित है, किंतु उनमें से कछ अत्यंत लोकप्रिय हैं। जैसे – ‘द थर्टी नाइन स्टेप्स’ (1930), ‘मिस्टर एंड मिसेज स्मिथ’ 1- (1941), ‘एलस्त्री कालिंग’ (1930), ‘सीक्रेट एजेंट’ (1936), ‘द लेडी वेनिशेज’ (1939), ‘रिबेका’, ‘लाइफबोट’ (1944), ‘स्पेल बाउंडर’ (1939), ‘स्ट्रेजर्स आन ए ट्रेन’ (1950), ‘रियर विन्डो’ (1954), ‘नार्थ बाय नार्थवस्ट’ (1959), ‘द बर्ड्स’ (1963), ‘टोर्न कर्टेन’, ‘फॉरेन करस्पोंडेंट’, ‘आई कन्फेस’, ‘वर्टिगो’, ‘फ्रेन्जी’, ‘डायल एम फॉर मर्डर’, ‘द आनर’ एवं ‘नोटोरियस’।