Hindi Essay, Paragraph on “वर्षा ऋतु का दृश्य”, “Varsha Ritu ka Drishya” 150 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Exam.
वर्षा ऋतु का दृश्य
Varsha Ritu ka Drishya
वर्षा ऋतु का महत्व
सायंकालीन दृश्य
मानव मन पर प्रभाव
वर्षा ऋतु को ऋतु-रानी कहा जाता है। गरमी से जलती धरती को राहत देने के लिए काले-काले बादल घुमड़कर आते हैं तथा बरसकर प्रसन्नता प्रदान करते हैं। ऐसी ऋतु की संध्या कितनी सुंदर होगी, यह हम सिर्फ कल्पना कर सकते हैं। इस समय नदी, नाले, तालाब, खेत-पानी से भर जाते हैं। चारों तरफ हरियाली का साम्राज्य होता है। वर्षा ऋत की संध्या के समय पश्चिमी क्षितिज की सुंदरता पल-पल अपना रंग बदलती है। डूबते हुए सूर्य की लालिमा काले बादलों के मध्य सिंदूरी लाल हो जाती है। कभी-कभी आकाश में इंद्रधनुष अपनी छटा बिखेरता है। आकाश में बिखरे रंग मन को अनायास ही खींच लेते हैं। रंगों के संयोजन को देखकर ईश्वर को महान कलाकार कहा जाता है। मेंढकों के टर्राने व झींगुरों की झंकार से सभी दिशाएँ गुंजाएमान हो जाती हैं। रूप, गंध और संगीत–तीनों का संगम, वर्षा ऋतु की संध्या मन को मोहने वाली होती है।