Hindi Essay on “Vigyapan” , ”विज्ञापन” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
विज्ञापन
Vigyapan
विज्ञापन नई वस्तुओं को मशहूर करने का जरिया है। यह लोगों को नई चीजें, उसके फायदे तथा इस्तेमाल के बारे में जानकारी प्रदान करता है। आज के आधुनिक युग में विज्ञापन व्यापार की रीढ़ की हड्डी बन चुका है। यह निर्माता तथा उपभोगता के बीच एक कड़ी का काम करता है। एक विज्ञापन आसानी से समझ आने वाला तथा इंसानी सोच के अनुसार बना होना चाहिए। यदि यह मर्दो के लिए है तो यह उनकी पसंद के अनुसार बना होना चाहिए। यदि औरतों के लिए है तो यह उनके शौक के अनुसार होना चाहिए। विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का प्रचार अलग-अलग प्रकार से होना चाहिए। कार का विज्ञापन अमीरों को लुभाने वाला होना चाहिए। इसी तरह सेफ्टी ब्लेड का विज्ञापन आम आदमी को लुभाने वाला होना चाहिए।
विज्ञापन छोटा तथा बिल्कुल साफ होना चाहिए। केवल तारीफ करने से कोई फायदा नहीं होता। विज्ञापन दिलचस्प तथा प्रभावशाली होना चाहिए। विज्ञापन निर्माण करने वाले को इस चीज़ का ध्यान रखना चाहिए कि लोग बेवकूफ न बनें। उसे यह भी देखना चाहिए कि गलत चीज़ का प्रचार न हो।
प्रचार करने के कई साधन हैं। समाचार पत्र तथा पत्रिकाएँ बहुत महत्त्वपूर्ण जरिया हैं। किन्तु अनपढ़ों तथा पिछड़े गांव के लोगों के लिए इस सब का कोई फायदा नहीं। हैंडबिल, पोस्टर तथा साईन बोर्ड नया साईन बोर्ड भी मुख्य साधन हैं। वाहनों पर लाऊड स्पीकर लगा कर विज्ञापन करते हुए घूमना भी एक प्रभावशाली साधन है। इस प्रकार का साधन उनके लिए फायदेमंद है जो देख नहीं सकते या जो अनपढ़ हैं।
विज्ञापनों के लाभ तथा हानियां होती हैं। इसका सबसे बडा लाभ यह है कि इससे पार को बढ़ावा मिलता है। यह बाज़ार में निर्माण करता है तथा वस्तु की मांग को बढ़ाता मिलता है। यह जीवन के स्तर पर प्रभाव डालता है। इसकी सबसे बड़ी हानि यह है कि यह लोगों बोबेवकफ बनाने को बढ़ावा देता है। यह भोले लोगों को गलत दिशा दिखाता है। विज्ञापनों के द्वारा नौकरियां, शादियां, कार तथा अन्य वस्तुएँ प्रदान की जाती हैं। सभी विज्ञापनों को सत्य नहीं माना जा सकता। युवाओं को झूठे विज्ञापनों से सावधान रहना चाहिए।