Hindi Essay on “Nayi Sarkar ki Nayi Chunotiyan” , ”नई सरकार की नई चुनौतियाँ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
नई सरकार की नई चुनौतियाँ
Nayi Sarkar ki Nayi Chunotiyan
सन् 2009 में नई सरकार का गठन हो गया है। इस सरकार के सामने अनेक नई चुनौतियाँ हैं। यद्यपि नई सरकार पुरानी सरकार की तुलना मंे अधिक स्थायी है पर वह पूरी तरह से काम करने में स्वतंत्र नहीं है। उस पर अपने सहयोगी दलों का पूरा-पूरा दवाब है।वह खुलकर अपना एजेडां लागू करने में बहुत अधिक सम्भव नहीं है।
नई सरकार के सामने सबसे बड़े चुनौती आतंकवाद से जूझना है। भारत पूरी तरह से आंतकवाद के चंगुल में है। उसे पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित इस आंतकवाद से कड़ी चुनौती मिलती रहती है। इस पर काबू पाना सबसे बड़ी चुनौती है।
नई सरकार के सामने दूसरी बड़ी चुनौती महंगाई की है। इन दिनों खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान को छू रही हैं और ये थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब सामान्य लोगों की थाली से दाल-सब्जी गायब होती चली जा रही है। सरकार के सारे प्रयास निरर्थक होते प्रतीत होते हैं। यदि इस बढ़ती मंहगाई पर काबू नहीं पाया गया तो जनक्रांति हो सकती है।
सरकार के सामने आर्थिक मंदी से बाहर निकलने की भी भारी चुनौती है। सारा विश्व आर्थिक मंदी की चपेट में है। नौकरियों में छँटनी की जा रही है, भारत पहले से ही बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा है। यह कामगरों की छँटनी को नहीं झेल पाएगा। आवश्यकता नए रोजगार सृजन करने की है।
सरकार के सामने एक अन्य चुनौती स्वाइन फ्लू से निपटने की है। यह रोग निंरतर फैलता जा रहा है। स्कुली बच्चे इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस पर काबू पाना आवश्यक हो गया है।
बाढ़ और सूखे से निपटने की चुनौती भी वर्तमान सरकार के सामने है। कई राज्यों में बाढ़ आ रही है तो यू.पी., बिहार सूखे की मार को झेल रहे हैं। काफी जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है।
नई सरकार के सामने शिक्षा के क्षेत्र की भी चुनौतियाँ हैं। अभी तक सभी को शिक्षा के अवसर नहीं मिल पाए हैं। बिजली-पानी आवास की चुनौतियाँ भी नई सरकार के सामने उपस्थित हैं।