[Update] 2 Hindi Essays on “Dakiya – Postman” , ”डाकिया (पोस्टमैन) ” Complete Hindi Essays for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
डाकिया (पोस्टमैन)
Dakiya – Postman
निबंध नंबर : – 01
प्रस्तावना- पोस्टमैन केन्द्रीय सरकार का कर्मचारी होता है। वह जनता में लोकप्रिय होता है तथा डाक विभाग में कार्य करता है।
अत्यधिक परिश्रम
वह खाकी यूनीफार्म पहनता है जो उसे अपने विभाग से मिलती है। वह अपने काम के प्रति बहुत परिश्रमी होता है। वहं दिन भर कठिन मेहनत करता है। सर्वप्रथम वह डाकखाने जाता है और अपने क्षेत्र के पत्रों को छांटता है, इसके बाद उन्हें बांटता है।
समाज के लिए उपयोगी
पोस्टमैन समाज के लिए बहुत उपयोगी व्यक्ति होता है। इसके द्वारा हमें अपने मित्रों, परिवारजनों तथा रिश्तेदारों की सूचना प्राप्त होती है। प्रत्येक व्यक्ति उसके आने की प्रतीक्षा करता रहता है। उसका सदैव स्वागत होता है। जब वह हमारे दरवाजे को खटखटाता है, तब हम अपने पत्रों को प्राप्त करने के लिए खुशी से उसके पास आते हैं। बिना पोस्टमैन के हमारा कार्य बहुत अधिक प्रभावित हो जायेगा। व्यापारिक कार्यो के लिए पोस्टमैन अधिक महत्वपूर्ण होता है।
कभी-कभी वह हमारे जीवन में अच्छी खबरें लाता है तथा कभी-कभी दुःख की खबरें लाता है। वह अपने कार्य को पूर्ण ईमानदारी से करता है।
उपसंहार
यद्वपि आज की बढ़ती हुई संचार व्यवस्था की तकनीक से हमारे पास फोन, मोबाईल तथा इन्टरनेट जैसे साधन हो गये हैं। हम चाहें तो हर मिनट पर अपने परिवार वालों, नाते-रिश्तेदारों और व्यवसाय से सम्बन्धित लोगांे से सेकेण्डों में सम्बन्ध बनाकर सूचनाओं को आदान-प्रदान कर सकते हैं पर डाकिया अर्थात् पोस्टमैन का महत्व आज भी नहीं कम हुआ है। आधुनिक संचार साधन शहरी क्षेत्रों में अधिकांशतः चलन मेें हैं तथा उसका लाभ देश की आजादी के 20ः लोग ही उठा रहे हैं। हमारे देश की जनसंख्या 75ः गांवों पर निर्भर करती है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए डाकिए का कार्य आज भी बहुत उपयोगी है। शहर की निर्धन बस्तियों में आज भी लोग डाकिये के आने की प्रतीक्षा पलकें बिछाकर करते हैं।
निबंध नंबर : – 02
डाकिया / पत्रवाहन
डाकिया बहुत ही उपयोगी जन-सेवक है। वह खाकी वर्दी पहनता है। वह चिट्ठियाँ, पार्सल और कभी-कभी टेलीग्राम भी लाता है। वह प्रायः अपने इलाके के निवासियों द्वारा निश्चित समय पर देखा जाता है। लोग, अपनी अपेक्षित डाक के लिए उसकी उत्सुकता से प्रतीक्षा करते हैं।
डाकिये का कार्य बहुत मेहनत वाला होता है। धूप हो या वर्षा उसे अपनी डाक अवश्य पहुँचानी होती है। अधिकतर उसे पैदल ही चलना पड़ता है। वह अपने डाकखाने से चिट्ठियाँ और पार्सल इकट्ठे करता है। वह उन्हें बाँटने के हिसाब से रखता है।
उसे सब पसंद करते हैं। वह हमारे सम्बन्धियों के पत्र लाता है। हम में से कुछ लोगों के लिए वह खुशी का समाचार लाता है और कुछ के लिए दुख का सन्देश। यह उस का कार्य है। उसे आमतौर पर खुशखबरी लाने पर इनाम दिया जाता है।
लोगों के लिए वह कर्त्तव्य का चिन्ह है। वह रोज़ाना और समय पर आता है। वह अपना कर्त्तव्य हर हाल में चाहे प्राकृतिक या अप्राकृतिक हो, पूरा करता है। वह कई बार अनपढ़ों या बुजुर्ग लोगों को उनके पत्र पढ़ कर भी सुनाता है। वह हमारे सम्बन्धियों, मित्रों और हमारे बीच कड़ी का काम करता है। वह अपने रोज़ाना, समय पर आने और कर्त्तव्य परायणता के लिए जाना जाता है। वह ग्रामीण लोगों का मित्र तथा मार्गदर्शक है। उसे अधिक आय देनी चाहिए कार्यन्वित होने पर उसे थोड़ी सी पेन्शन दी जाती है।