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Archive by category "Languages" (Page 182)
एक रोमांचक यात्रा Ek Romanchak Yatra प्राचीन काल से ही यात्राओं का महत्व रहा है। यात्रा से मनुष्य के अनुभवों में वृद्धि होती है। नैसर्गिक दृश्यों से आत्मिक शान्ति का अनुभव होता है। यात्राओं के द्वारा मनुष्य की कूप मण्डूकता दूर होती है। अतः यात्राएँ मानव को विशाल हृदय वाला, व्यापक दृष्टिकोण अपनाने वाला एवं सहृदय बनाने में सहायक हैं। यात्राएँ मनोरंजन के नये आयाम खोलती हैं, जिससे लोग तनावपूर्ण स्थिति...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पर्यावरण संरक्षण Paryavaran Sanrakshan पर्यावरण शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- परि + आवरण। परि का अर्थ है ‘चारों ओर’ तथा आवरण का अर्थ है ‘ढंका हुआ’। पूरे शब्द का तात्पर्य हुआ चारों ओर से ढंका हुआ। हमारी पृथ्वी चारों ओर से जिन तत्वों और वस्तुओं से ढंकी या आच्छादित है, वही हमारा पर्यावरण है। हमारे पर्यावरण में पेड-पौधे, जीव-जन्त, नदी-तालाब समुद्र-जंगल, हवा-पानी, सूर्य का प्रकाश आदि सभी कुछ सम्मिलित...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बढ़ती हुई आबादी Badhti hui Abadi आबादी या जनसंख्या का अर्थ है किसी निश्चित क्षेत्र में, निश्चित समय पर रहने वाले मनुष्यों की संख्या। आज भारत की आबादी एक अरब से अधिक हो चुकी है। लगभग दो करोड़ लोग प्रतिवर्ष इस देश में बढ़ जाते हैं। आबादी की अधिकता अनेक समस्याओं की जनक है। इस समस्या पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो देश का भविष्य गंभीर संकट में होगा,...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जनसंख्या और पर्यावरण Jansankhya aur Paryavaran परि’ का अर्थ होता है – चारों ओर तथा आवरण का अर्थ होता है – घेरा। इस तरह पर्यावरण का अर्थ है – हमारे चारों ओर जो भी चीजें हैं, वे हमारा पर्यावरण बनाती हैं। हवा, पानी, भूमि, खनिज, पेड़-पौधे तथा विभिन्न प्रकार के जीव मिलकर पर्यावरण बनाते हैं। समस्त जीवधारी पर्यावरण के जैविक घटक हैं। पृथ्वी पर किसी भी जैविक घटक की संख्या में...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सड़क दुर्घटना Sadak Durghatna निबंध नंबर- 01 सड़क पर होने वाली दुर्घटना सड़क दुर्घटना कहलाती है। यह अकसर चालक की लापरवाही का परिणाम है। वाहन चलाते समय या सड़क पार करते समय लोग अकसर दुर्घटना होती है। ये जानलेवा भी होती है और कभी-कभी पूरा परिवार इसमें नष्ट हो जाता है। कुछ दुर्घटनाओं में व्यक्ति जीवन-भर अपंगता का दंश भोगता है। इन दुर्घटनाओं का कारण वाहनों द्वारा यातायात के नियमों का...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
हमारा देश भारत Hamara Desh Bharat हमारा देश भारत अति प्राचीन और महान है। यहाँ अनेक अनूठी विविधताएँ विदयमान हैं। यहाँ हिमालय-विन्ध्याचल जैसे ऊँचे-ऊँचे पर्वत हैं; गंगा-यमुना जैसी पावन नदियाँ हैं, अनेक घाटियाँ, मैदान और कछार हैं। इस देश में अनेक महापुरुषों ने जन्म लिया है। भारत को राम, कृष्ण, बुद्ध का देश कहा जाता है। गाँधी, सुभाष, पटेल जैसे महापुरुषों ने इस देश को धन्य किया। इस देश की संस्कृति...
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January 22, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अधिकार ही कर्त्तव्य है Adhikar hi Kartvya Hai “सड़कें गंदी हैं नालियाँ रुकी हुई हैं, गन्दा पानी गली-गली में फैल रहा है। बराबर चेतावनी दी जा रही है कि शहर में हैजा फैल रहा है, मलेरिया जोर पकड़ रहा है, शहर को साफ-सुथरा रखो। कटी, खुली चीजें मत खाओ। पर कौन सुनता है?” रामअवध बराबर मन ही मन बड़बड़ा रहा था। दूरभाष पर जगह-जगह, मोहल्ले-मोहल्ले से उसे यह शिकायत सुनाई जा...
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January 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
होली है Holi Hai होली का पुनीत पर्व सर्वश्रेष्ठ ऋतु बसन्त में मनाया जाता है। इस पर्व का हिन्दी कवियों ने विस्तृत वर्णन किया है। कवियों की होली जन-साधारण जैसी हुल्लडबाजी की होली नहीं है। उन्होंने आत्माभिव्यक्ति एवं अपने युग के आहान को भी होली-कविता में व्यक्त किया है। अतएव हिन्दी कविता में होली का वर्णन विविध रूपों में हुआ है। जन-साधारण तो होली रंग, गलाल, केसर, कीचड़ आदि से...
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January 3, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment