Hindi Letter “Chote Bhai ko Parishram ka Mahatva batate hue patra”, “अपने छोटे भाई को परिश्रम का महत्व बताते हुए एक पत्र” for Class 9, 10, and 12.
अपने छोटे भाई को परिश्रम का महत्व बताते हुए एक पत्र लिखिए।
Chote Bhai ko Parishram ka Mahatva batate hue patra
39, दिल्ली गेट
गाजियाबाद
07, मार्च 2010
प्रिय भाई सुमित,
सदा सुखी रहो।
इस पत्र के द्वारा मैं तुम्हें परिश्रम के बारे में कुछ लाभ बताना चाहती हूँ। परिश्रम ही एक मात्र सफलता की कुंजी है। मानव जीवन मे परिश्रम का विशेष महत्व है। परिश्रमी मनुष्य कभी परतन्त्र नहीं होता। उसे किसी काम के लिए दूसरों का मुंह नही ताकना पड़ता। परिश्रमी सदैव स्वस्थ, प्रसन्न और प्रत्येक काम करने को तैयार रहता है। ईश्वर सदैव ऐसे व्यक्ति की मदद करता है, जो अपनी मदद स्वयं करते हैं।
विद्यार्थी काल ही भावी जीवन के निर्माण की सीढ़ी है। इस समय यदि तुम परिश्रम करोगे, तो आगे तुम ही सुख पाओगे। जो विद्यार्थी परीक्षा के समय परिश्रम नहीं करते, उन्हें बाद में पछताना पड़ता है। अतः तुम्हें अच्छे अंक लेने के लिए मन लगाकर परिश्रम करना चाहिए।
मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि तुम मेरे द्वारा बताए रास्ते पर चलोगे तथा परश्रिम करके अपने जीवन को सफल बनाओगे। किसी वस्तु की आवश्यकता हो तो लिखना।
तुम्हारी शुभचिन्तिका,
प्रीति अग्रवाल