Home »
Languages »
Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 7)
क्या मनुष्य का कोई भविष्य है? Kya Manushya ka koi bhavishya hai? क्या मनुष्य का कोई भविष्य है ? यह एक विवादास्पद विषय है। इस प्रश्न का उत्तर मनुष्य के स्वभाव पर निर्भर करता है कि वह आशावादी है या निराशावादी। जो आशावादी हैं वे सकारात्मक उत्तर देंगे और जो निराशावादी हैं वे नकारात्मक उत्तर देंगे। कुछ लोग सोचते हैं कि आने वाले दिनों में लोगों का भविष्य उज्ज्वल होगा और...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
एक विश्वविद्यालय के बारे में आपकी धारणा Ek Vishvavidhyala ke bare me aapki dharna स्वतन्त्रोत्तर भारत में विश्वविद्यालयों की संख्या में बहुत तेजी से वृद्धि हुई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने उन्हें उदार अनुदानों की मंजूरी दी है। अति विशाल इमारतें विभिन्न शहरों और महानगरों में बनी हैं और इन्हें विद्या का केन्द्र समझा जाता है।. वास्तव में यह राजनीतिक षड्यंत्र का अखाड़ा सिद्ध हो रहा है जब कि उनसे ज्ञान...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीयों को अंग्रेजी क्यों पढ़नी चाहिए? Bhartiyo ko Angreji kyo padhni chahiye? जब भारत स्वतंत्र हुआ तो बहुत से लोगों ने माँग की थी कि अंग्रेजी को भी इस देश से निकाल दिया जाए। यह हमारे शासकों की भाषा थी इसलिए हमारी दासता की पीड़ा जनक याद दिलाती है। परन्तु समय के साथ-साथ हमारी असहनशीलता कम हो गई है। अनुभव ने हमें सिखाया है कि अंग्रेजी उतनी ही हमारी भाषा है...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नेता के आवश्यक गुण Neta ke Avashyak Gun ऐसा प्रतीत होता है कि भारत में नेता वृक्षों पर उगते हैं। जिस व्यक्ति को थोड़ा बोलना आ जाता है वही लोगों का अगुआ बन बैठता है। हमारी जनता इतनी भोली-भाली है कि वे किसी के भी पीछे लग जाती है। भेड़ों को भी अपने गड़ेरिये का पता होता है, परन्तु हमारी जनता को नहीं। नेता प्रतिदिन अपना दल बदलता रहता है। रात...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मृत्यु से पहले कायर कई बार मरते हैं Mrityu se pehle kayar kai baar marta hai लगातार मृत्यु से डरते हुए जीना स्वयं ही मृत्यु के समान है। कायर व्यक्ति की आत्मा मामूली भय अथवा हानि की थोड़ी सी आशंका से काँपने लगती है। तब उसकी सभी शक्तियाँ कुण्ठित हो जाती हैं और उसकी इच्छा-शक्ति दुर्बल हो जाती है। ऐसा व्यक्ति कीड़े की तरह जीता है जिसे कभी भी कुचला और...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सैनिक का जीवन Sainik Ka Jeevan सैनिक अपने राष्ट्र का गौरव होता है। वह अपने रक्त तथा जीवन से अपनी मातृभूमि के सम्मान की रक्षा करता है। उसे अपने परिवार और स्वयं अपने से भी ऊपर उठना होता है। उसका व्यवसाय उसमें शौर्य, अनुशासन, सामूहिक भावना, राजभक्ति और दृढ़ता के सर्वोत्कृष्ट गुण उत्पन्न करता है। उसका उदाहरण उन लोगों के लिए प्रकाश स्तम्भ का कार्य करता है जो दब्बू और कायर...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
साहसी और कर्मशील ही सफल होता है Saahsi aur Karmsheel hi Safal hota hai सफलता की देवी केवल उन्हीं लोगों को दर्शन देती है जो अपना सब कुछ उसको अर्पण कर देते हैं। सफलता केवल चाहने अथवा माँगने से प्राप्त नहीं होती। इसके लिए व्यक्ति को संघर्ष करना पड़ता है, पसीना बहाना पड़ता है और त्याग करना पड़ता है। साहसी व्यक्ति ही इसका पात्र होता है। कायर व्यक्ति सोचता ही रहता...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दिखावटी मित्र Dikhawati Mitra बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्हें आप अपना परिचित कहते हैं। ऐसे लोग भी होते हैं जिनके सम्पर्क में आप होते हैं, इसलिए नहीं कि आप के अन्तरंग व्यक्तिगत सम्पर्क में होते हैं या सम्बन्धी होते हैं बल्कि केवल इसलिए कि उनमें से किसी एक ने कभी रेलगाड़ी के एक ही डिब्बे में आपके साथ यात्रा की होती है या कोई अन्य आपका पड़ोसी है अथवा...
Continue reading »
May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
Page 7 of 315« Prev
1
…
4
5
6
7
8
9
10
…
315
Next »