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A Visit to A Cinema “सिनेमा जाना” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 8, 9, 10, 12 and Graduation and other classes.

सिनेमा जाना

A Visit to A Cinema

हिन्दुस्तान की कसम हमारे शहर में प्रदर्शित हुई। यह मशहूर देशभक्ति की फिल्म है। हालाँकि यह एक पुरानी फिल्म है, फिर भी हम इसे देखनो चाहते थे। मैंने और मेरे मित्रों ने रविवार को यह फिल्म देखने का निश्चय किया। हमने पहले शो के लिए टिकट बुक किए। पहला शो शाम 6.30 पर शुरू होता है। हम सिनेमा घर 6.15 बजे पहुँच गए। हम हॉल के अन्दर पहुँचे। हॉल बहुत तेज़ रोशनी से भरा हुआ था। जल्दी और लोग पहुँचना शुरू हो गए। जैसे ही हॉल भरा तो बिजली बन्द कर दी गई और पूरी तरह अंधेरा हो गया। पहले कुछ समाचारों की रीलें दिखाई गईं। उसके बाद फिल्म शुरु हुईं।

यह 1971 के भारत-पाक युद्ध की कहानी है। पाकिस्तान ने यह हमला भारत को पूर्वी पाकिस्तान, अब बाँग्लादेश के मामलों में हस्तक्षेप करने से रोकने के लिए किया था। नायक वायु सेना का पायलट है। वह युद्ध में अपना भाई खो देता है। तब वह पाकिस्तान में जाकर उन के सैनिक अड्डों को तबाह करने के लिए आगे आता है। इस कार्य में नायिका उसकी मदद करती है। वह एक गुप्तचर के रूप में पाकिस्तान में प्रवेश करती है और पाकिस्तानी रेडियो स्टेशन में काम करना शुरु कर देती है। सारी फिल्म उनके अपने देश को बचाने के संकल्प के आस-पास घूमती है।

मध्यावकाश के समय लोग बाहर जलपान खरीदने गए। वे सब सुन्दर छायाकरण और सुरीले गीतों के विषय में बात कर रहे थे। कुछ तो नायक और नायिका के अभिनय की भी प्रशंसा कर रहे थे। बाकी फिल्म की लड़ाई और युद्ध के दृश्यों की प्रशंसा कर रहे थे।

यह फिल्म, भारतीय सेनाओं की देश की आजादी बचाए रखने के लिए समर्पण और उनके परिवार जनों द्वारा किए गए बलिदानों को प्रमुखता से का प्रयास था।

इस फिल्म में कई नाटकीय क्षण और कई चरित्रों का यथार्थ चित्रण था। यह फिल्म है जो आपके जन्मभूमि के प्रति गर्व से भर देती है। फिल्म का योग्य निर्देशन किया गया है। मेरी आशा है कि ऐसी और कई फिल्में बनें। यह हममें देशभक्ति की भावना जगाती है।

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