Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Mohammad Reza Pahlavi” , ”मोहम्मद रजा पहलवी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
मोहम्मद रजा पहलवी
Mohammad Reza Pahlavi
इरान : इरान का अतिम शासक
जन्म : 1919 मृत्यु : 1980
मोहम्मद रजा पहलवी को इरान को आधुनिक बनाने तथा उसे लोकतंत्रीय स्वरूप देने के कारण कभी भी भुलाया नहीं जा सकेगा। सन् 1941 में जब वह राजगद्दी पर बैठा, तो उसने इरान की अनेक पुरानी परंपराओं को समाप्त करके देश को आधुनिक बनाने का प्रयत्न किया। उसने पुरानी सामंती जागीरदारी को समाप्त कर दिया। अमरीका से पूर्ण सहयोग लेकर उसने अपने देश को आधुनिक हथियारों से लैस किया. परंतु उसके अनेक परिवर्तनों का कठमुल्ला मुस्लिम नेताओं ने विरोध करना प्रारंभ कर दिया। इनमें प्रमुख अयातुल्ला खुमैनी था। शाह के विरुद्ध विद्रोह का प्रचार करने के कारण उसे इरान से निर्वासित कर दिया गया। शाह ने गुप्त पुलिस जिसे ‘सवाक’ कहा जाता था, का सारे देश में जाल फैला दिया था। इस गुप्त पुलिस ने विद्रोहियों के विरुद्ध भयंकर जुल्म करने शुरू किए। विरोध बढ़ने पर सन् 1979 में वह अपनी मलिका के साथ देश छोड़कर भाग गया।
मोहम्मद रजा पहलवी रजा शाह का बेटा था। उसने पहलवी वंश का राज्य स्थापित किया और अपार धन इकट्ठा किया। जब उसने गद्दी छोड़ी, तो अपने इस बेटे को यह आदेश दिया कि इस धन का उपयोग शिक्षा के प्रसार आदि में किया जाए। परंतु पहलवी ने सबसे पहला कार्य यह किया कि रूसियों को अपने देश से बाहर निकाला, जिन्होंने इरान के कुछ भाग पर अधिकार कर लिया था। इसके लिए उसने अमरीकी सहायता ली। पश्चिम की तरफ अधिक झकाव होने के कारण सन् 1953 में डॉ. मुस्सदिक के प्रधानमंत्री बनने पर उसे कछ समय के लिए देश छोड़कर भाग जाना पड़ा। बाद में बगदाद संधि के कारण उसे अमरीकी सहायता मिलनी प्रारंभ हुई।
शाह कैंसर का मरीज था। अमरीका ने उसे इलाज के लिए न्यूयार्क आने को कहा। इसपर इरान में अमरीका विरोधी प्रदर्शन होने लगे और तेहरान स्थित अमरीकी दूतावास के अधिकारियों को वहां के क्रांतिकारियों ने बंदी बना लिया। उनको छोड़ने की यह शर्त रखी गयी कि शाह को इरान भेजा जाए और उसपर मुकदमा चलाया जाए। परंतु उस समय अमरीकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने यह बात मानने से इंकार कर दी। शाह ने कुछ दिन बाद अमरीका छोड़ दिया और मिस्र में शरण ली, जहां सन् 1980 में उसकी मृत्यु हो गई।