10 Lines on “Ek Sapere Ki Atmakatha” “एक सपेरे की आत्मकथा” Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 8, 9, 10, 12 Classes.
10 पंक्तियाँ – एक सपेरे की आत्मकथा
1. सपेरा गलियों, बाज़ारों और दूसरी भीड़ भरी जगहों पर साप का तमाशा दिखा कर अपनी जीविका कमाता है।
2. वह जंगल से सांप पकड़ता है। वह उनके ज़हरीले दांत निकाल देता है। वह उन्हें टोकरियों में लेकर चलता है।
3. भीड़ वाले इलाकों में वह टोकरी नीचे रख कर उसका ढक्कन खोल कर बीन (संगीत यन्त्र) बजाता है।
4. सांप अपना फन उठाता है और अपना फैला हुआ फल सपेरे की बीन के साथ-साथ इधर-से-उधर, उधर-से-इधर घुमाता है।
5. जल्दी ही तमाशा देखने वालों की भीड़ चारों ओर जमा हो जाती है। तब सपेरा इसे बन्द करके कुछ और टोकरियाँ एक एक करके खोलता है।
6. वह एक ऐसा सांप दिखाता है जो दो मुँह वाला दिखता होता है और किसी भी तरफ से चल सकता है।
7. उसकी पूंछ पर एक सिर और दो आँखें हैं। कई सपेरों के पास नेवला भी होता है। वह सांप और नेवला के बीच में भयंकर लड़ाई भी दिखाता है।
8. यह बहुत खतरनाक तमाशा होता है। तमाशे के बाद सपेरा हाथर में कटोरा लेकर चारों तरफ जाता है। लो
9. ग इसमें सिक्के डालते हैं। वह अपनी टोकरी भोले’ में डालकर दूसरे स्थान पर यही तमाशा दिखा कर पैसे कमाने चला जाता है।
10. उसका जीवन कठिन होता है। परन्तु वह इसका आनन्द लेता है।