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Hindi Essay, Moral Story “Aap hare, Bahu ko mare” “आप हारे, बहू को मारे” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

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आप हारे, बहू को मारे Aap hare, Bahu ko mare   एक दर्जी था। उसका काम खूब चलता था। घर में सभी आनंदपूर्वक रहते थे। उसकी मां थी, पत्नी थी और दो बच्चे थे। वह सीधा-सादा व्यक्ति था। सुबह उठना और नहा-धोकर दुकान पर जाना। शाम को दुकान बंद करके आना। भोजन करना और सो जाना। छुट्टी के दिन घर पर रहना या बाहर कहीं जाना होता तो जाता। एक बार...
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Hindi Essay, Moral Story “Dekhna hai, Unth kis karvat baithta hai?” “देखना है, ऊंट किस करवट बैठता है?” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

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देखना है, ऊंट किस करवट बैठता है? Dekhna hai, Unth kis karvat baithta hai? एक गांव में सात दिन बाद हाट लगती थी। सब्जी, दाल, अनाज, कपड़े आदि घर-गृहस्थी का सभी सामान बिकने आता था। आस-पास के गांवों के लोग भी सामान लेने आते थे। हाट में दुकानदार अपना सामान बैलगाड़ियों, खच्चरों, ऊंटों आदि से लाते थे। आस-पास के दुकानदार छोटा-मोटा सामान अपने सिर पर ही रखकर लाते थे। एक ही...
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Hindi Essay, Moral Story “Bhagte Chor ki Langoti hi Sahi” “भागते चोर की लंगोटी ही सही” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

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भागते चोर की लंगोटी ही सही Bhagte Chor ki Langoti hi Sahi   एक चोर चोरी करने निकला। रात अंधेरी थी। उसने एक बनिये के घर में पिछवाड़े से सेंध लगा दी। घर में घुसकर सामान टटोलने लगा। जैसे ही वह सामान लेकर चला कि कोई हलकी-सी चीज गिरी। उसकी आवाज से बनिया जाग गया और अंदर कमरे की ओर दौड़ा। चोर सामान लेकर सेंध से निकल ही रहा था कि...
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Hindi Essay, Moral Story “Maya Tere Teen Naam- Parsa, Parsu, Parsuram” “माया तेरे तीन नाम: परसा, परसू, परसुराम” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

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माया तेरे तीन नाम: परसा, परसू, परसुराम Maya Tere Teen Naam- Parsa, Parsu, Parsuram   एक बनिया था। जब उसका लड़का मोहल्ले के लड़कों की शोहबत में पड़ा, तो उसे चिंता होने लगी। लड़के की पढ़ाई तो पांचवीं कक्षा में बंद हो गई थी। लड़का गलत आदतें न पाल ले, इसलिए बनिये ने उसे धंधे में लगाने की सोची। बनिया चाहता था कि उसका लड़का धंधे को अपनी मेहनत से बढ़ाए।...
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Hindi Essay, Moral Story, Story on Proverb “Deen Se Bedeen Bhay, Gang Neer Piye Se” “दीन से बेदीन भय, गंग नीर पिय से” Complete Story Paragraph for Students

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दीन से बेदीन भय, गंग नीर पिय से Deen Se Bedeen Bhay, Gang Neer Piye Se रतन नाम का एक पटवारी था। वह हमेशा किसानों के खेतों की नाप-तोल में हेराफेरी किया करता था। गरीब किसानों को वह परेशान करता था और जमींदारों का खैरख्वाह बना रहता। अपने पेशे में वह बदनाम व्यक्ति था। ऐसा रौब बनाए रखता था, जैसे कि बहुत बड़ा अधिकारी हो। नेकी और अच्छे कामों से उसका...
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Hindi Essay, Moral Story, Story on Proverb “Tiriya se Raj Chipe na Chipaye” “तिरिया से राज छिपे न छिपाए” Complete Story Paragraph for Students of Class 9, 10 and 12.

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तिरिया से राज छिपे न छिपाए  Tiriya se Raj Chipe na Chipaye एक पति-पत्नी का आपस में बहुत प्रेम था। दोनों एक-दूसरे पर पूरा विश्वास करते थे। यहां तक कि पति ने अपनी पत्नी के प्रेम के आगे पूरे परिवार को दरकिनार कर दिया था। पत्नी के लिए वह घर के सब लोगों से लड़ लेता था। वह जानता था कि उसके माता-पिता कितने सीधे और सच्चे हैं, लेकिन जब कोई...
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Hindi Essay, Moral Story, Story on Proverb “Kabira Tu Kabse Vairagi” “कबीरा तू कबसे वैरागी?” Complete Story Paragraph for Students of Class 9, 10 and 12.

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कबीरा तू कबसे वैरागी? Kabira Tu Kabse Vairagi एक बार गुरु रामानंद और उनके अनेक शिष्य किसी खास बात पर चर्चा कर रहे थे। उन दिनों शोर था कि शंकराचार्य शास्त्रार्थ में सबको हराते हुए काशी की ओर बढ़ते आ रहे हैं और अब काशी में उनका किस तरह से सामना किया जा सकता है? वहीं पर कबीर भी चुपचाप बैठे थे पर वे एक शब्द भी नहीं बोले। सबकी बातों...
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