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Posts tagged "Hindi Nibandh" (Page 26)
मेरे जन्मदिन की पार्टी Mere Janamdin Ki Party Essay No. 01 जन्मदिवस पार्टी यद्यपि पाश्चात्य सभ्यता की देन मानी जाती है। लेकिन किसी दूसरी सभ्यता का कोई ऐसा कार्य जिससे खुशी और प्रेम मिलता हो तथा उसके करने से आनंद आता हो, उसे करने में अपनी संस्कृति तथा सभ्यता की कोई हानि नहीं बल्कि लाभ होता है। अपने अंदर छिपे प्रेम, हर्ष-उल्लास के कारण जन्मदिवस पार्टी को सामान्यतः भारतीय संस्कृति में...
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February 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
वृक्षों का महत्व Importance of Trees Essay No. 01 प्रस्तावना- हमारे जीवन में वृक्षों का बहुत महत्व है। वृक्ष हमारे देश की प्राकृतिक सम्पदा हैं। इन्हें पेड़ों के झुण्ड, जंगल के रूप मंे जाना जाता है। वृक्ष हमें कच्ची साम्रगी-उधोगांे के लिए लकड़ी देते हैं। पेड़ बाढ़ों और भूमि के कटाव को रोकते हैं। इनसे आंखों को भाने वाली हरियाली मिलती है। पेड़ हमें अनेक प्रकार की कच्ची सामग्री, जैसे रबड़,...
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January 30, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages17 Comments
पर्वतीय स्थल की यात्रा Parvatiya Sthal ki Yatra निबंध नंबर : 01 देश-विदेश की सैर किसे रोमांचित नहीं करती है गरमियों के महीनों में किसी पर्वतीय स्थल का अपना ही आनंद है। इस आनंद का सौभाग्य मुझे अपने पिछले ग्रीष्म अवकाश में प्राप्त हुआ। जब मेरे पिताजी ने हमें नैनीताल भ्रमण की योजना बताई तो उस समय मेरी प्रसन्नता की कोई सीमा न रही। किसी पर्वतीय स्थल की यह मेरी...
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January 1, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages5 Comments
भारतीय ग्रामीण जीवन Bhartiya Gramin Jeevan Best 3 Essays on “Bhartiya Gramin Jeevan” निबंध नंबर :-01 भारत एक विशाल जनसंख्या वाला देश है जिसका एक बहुत बड़ा भाग आज भी गाँवों मे निवास करता है। ये लोग आज भी अपनी आजीविका के लिए पूर्ण रूप से कृषि पर निर्भर हैं। वास्तविक रूप ये यदि देखा जाए तो भारत की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार कृषि ही है। गाँवों मे लोग प्रायः...
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December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
डॉ. राजेंद्र प्रसाद Dr. Rajendra Prasad 3 Best Hindi Essay on ” Dr. Rajendra Prasad” Essay No. 2 डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। वह ‘जीरादेई के संत’ के नाम से प्रसिद्ध थे। उनका जन्म 3 दिसंबर, 1884 को बिहार के सारण जिले जीरादेई नामक ग्राम में हुआ था। उनके पिता श्री महादेव सहाय एक जमींदार थे। राजेंद्र प्रसाद अपने माता-पिता के पांचवें और सबसे छोटे पुत्र थे।...
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August 23, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विद्यालय का वार्षिकोत्सव Vidyalaya ka Varshik Utsav निबंध नंबर : 01 हमारे विद्यालय में प्रतिवर्ष वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। वैसे तो हमारी पाठशाला में अन्य कई उत्सव, जैसे-तुलसी जयंती, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, छात्रों की विदाई समारोह, होलिकोत्सव आदि बड़े आनंद तथा उल्लास से मनाए जाते हैं। किंतु इन समस्त उत्सवों में हम छात्र-छात्राओं के लिए वार्षिकोत्सव ही सबसे अधिक आनंददायी होता है। विद्यालय में आयोजित वार्षिकोत्सव में छात्राओं...
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August 12, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
प्रदूषण का प्रकोप Essay No. 01 प्रदूषण एक विश्वव्यापी समस्या है। इस समस्या में विश्व के सभी नगर त्रस्त हैं। विभिन्न कारणों से जल, वायु ध्वनि और मिट्टी का पारस्परिक संतुलन बिगडऩा ही प्रदूषण कहलाता है। पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने वाले तत्वों में विकास उत्पन्न होने के कारण प्रदूषण का जन्म होता है। वास्तव में मानव द्वारा औद्योगिक वैज्ञानिक चाहत ही प्रदूषण बढ़ाने में कार्यरत है। नगरों में तेजी से...
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June 16, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages6 Comments
यदि मैं प्रधानमंत्री होता Yadi mein Pradhan Mantri Hota Best 5 Essays on ” Yadi Mein Pradhan Mantri Hota” निबंध नंबर :-01 मानव संभवत : महत्वकांक्षी प्राणी है। अपने भविष्य के बारे में वह अनेक प्रकार के सपने देखा करता है तथा कल्पना की उड़ान में खोया रहता है। कभी-कभी मेरे मस्तिष्क में भी एक अभिलाषा होती है -यदि में देश का प्रधानमंत्री होता। पर यह अकांक्षा आकाश के तारे तोडऩे...
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June 9, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages5 Comments
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