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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Badh Ek Prakritik Prakop”, “बाढ़ एक प्राकृतिक प्रकोप” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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बाढ़ एक प्राकृतिक प्रकोप Badh Ek Prakritik Prakop     प्रस्तावना : ‘मनुष्य और प्रकृति का सम्बन्ध आरम्भ से ही चला आ रहा । है। प्रकृति के आँगन में ही आँखें खोल, । चलना- फिरना सीख धीरे-धीरे प्रगति और विकास किया । आज भी मनुष्य मुख्य रूप से जिन वस्तुओं के सहारे । जीवित है, अपना जीवन चला रहा है, वे सभी प्रकृति की ही महत्त्वपूर्ण देन हैं। अन्न-जल, फल-फूल और...
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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Badhti Mehangai”, “बढ़ती महँगाई ” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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बढ़ती महँगाई  Badhti Mehangai प्रस्तावना : हमारे निजी स्वार्थों एवं संकीर्ण मनोभावनाओं ने हमारे सम्मुख अनेक नवीन समस्याओं को जन्म दिया है, इन्हीं समस्याओं में ‘मूल्य वृद्धि’ अनाहूत अतिथि के समान हमारे जीवन में आकर बलात् बैठ गई है। हमारे भारतवर्ष में तो इस मूल्य वृद्धि से अन्य देशों की अपेक्षा जन-जीवन बहुत ही त्रस्त हो गया है। इस महँगाई ने सम्पूर्ण समाज के ढाँचे को ही जर्जर कर दिया है।...
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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Bhrashtachar, Milavat evm Jamakhori”, “भ्रष्टाचार, मिलावट एवं जमाखोरी” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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भ्रष्टाचार, मिलावट एवं जमाखोरी Bhrashtachar, Milavat evm Jamakhori प्रस्तावना : स्वतन्त्रता प्रप्ति के पश्चात् भारत ने पर्याप्त उन्नति की, हमारी पंचवर्षीय योजनाओं ने भारत के विकास में पर्याप्त योगदान दिया और विकास के लिए जितनी पूँजी और प्रयत्नों को लगाया गया उसके अनुपात में विकास की मात्रा बहुत ही कम है। विचार करने पर मालूम होता है कि इसके प्रधान कारण भ्रष्टाचार, मिलावट एवं जमाखोरी हैं। रिश्वत, सिफ़ारिश, कालाबाजार आदि सब...
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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Jansankhya ki Samasya”, “जनसंख्या की समस्या” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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जनसंख्या की समस्या Jansankhya ki Samasya प्रस्तावना : प्रकृति हो अथवा मानव समाज, उस सबकी समुचित स्थिति, सुख- समृद्धि तभी बनी रह सकती है जब उसमें सभी प्रकार का समुचित एवं स्वाभाविक संतुलन बना रहे। सभी की प्रगति एवं विकास — की ओर भी तभी ध्यान दिया जा सकता है। इसी प्रकार अनाप-सनाप उत्पत्ति एवं असन्तुलन रहने पर सभी के विकास के लिए किए गए कायों का लाभ पहुँच पाना अत्यन्त...
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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Ikkisvi Sadi ka Bharat”, “इक्कीसवीं शताब्दी का भारत” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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इक्कीसवीं शताब्दी का भारत Ikkisvi Sadi ka Bharat   प्रस्तावना : इक्कीसवीं शताब्दी को लगे कुछ समय ही बीता है। इस अवधि के बीच ही जनमानस के सुखद सपने धूमिल से होते जा रहे हैं। ऊपर से बढ़ती महँगाई , आतंकवाद, जनसंख्या विस्फोट, प्रदूषित जल एवं पर्यावरण से फैलते रोग और आवासीय समस्या तथा बेरोजगारी ने उसे सोचने को विवश कर दिया कि वर्तमान अतीत से बेहतर हो सकेगा ? क्या...
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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Dr. A.P.J Abdul Kalam”, “डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम Dr. A.P.J Abdul Kalam Essay No. 1 भारत के ‘मिसाइल मैन’ के रूप में विख्यात डॉ. कलाम ने 25 जुलाई, सन् 2002 को भारत के 12 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश श्री बी. एन.किरपाल ने उन्हें पद और । गोपनीयता की शपथ दिलाई। डॉ.अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, सन् 1931 को तमिलनाडु में रामेश्वरम् जिले के धनुष्कोडि नामक...
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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Bhagwan Mahavir Swami”, “भगवान महावीर स्वामी” Complete Hindi Essay, Nibandh, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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भगवान महावीर स्वामी Bhagwan Mahavir Swami Essay No. 01 धर्म प्रधान धरा भारत पर अनेकानेक धर्म-प्रवर्तकों ने जन्म लिया है। भगवान् श्रीकृष्ण की इस सूक्ति को चरितार्थ करने वाले इस धर्म-प्रवर्तकों को भगवान की संज्ञा देना कोई अत्युक्ति नहीं होगी। श्रीकृष्ण के कहे गए वचनों के आधार पर ये महात्मन् ईश्वरीय अवतार से किसी अर्थ में कम सिद्ध नहीं होते हैं- यदा-यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानं धर्मस्य तदात्मानं सृजाभ्यहम्। परित्राय...
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Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Pandit Jawahar Lal Nehru”, “पंडित जवाहरलाल नेहरू” Complete Hindi Essay, Nibandh, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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पंडित जवाहरलाल नेहरू Pandit Jawahar Lal Nehru Essay No. 1 शान्ति के अग्रदूत और अहिंसा के संवाहक पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम विश्व के महानतम् व्यक्तियों में लिया जाता है। मानवता के प्रबल समर्थक और बन्धुत्व के पक्षधर पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर सन् 1889 ई। को इलाहाबाद में हुआ। आपके पिताश्री पंडित मोतीलाल नेहरू पूरे भारतवर्ष के सर्वसम्मानित और सर्वमेधावी वैरिस्टर थे। अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र होने...
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