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Hindi Essay on “Vigyapan Ki Duniya”, “विज्ञापन की दुनिया” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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विज्ञापन की दुनिया Vigyapan Ki Duniya   संकेत बिंदु –विज्ञापन से तात्पर्य –विज्ञापन के विविध रूप –विज्ञापनों से लाभ –हानियाँ आज का गुग विज्ञापन का युग है। जिधर देखिए उधर विज्ञापन ही विज्ञापन दिखाई देते हैं। चाहे दूरदर्शन के कार्यक्रम हों, पत्र-पत्रिकाएँ हो, शहर की ऊँची-ऊंची दीवारें हों, बाजार हों या गलियाँ हों- सर्वत्र विज्ञापन नजर आते हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियाँ एवं उत्पादक अपने उत्पादनों को प्रचारित करने के लिए भाँति-भांति के...
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Hindi Essay on “Delhi Metro-Meri Metro”, “दिल्ली मेट्रो: मेरी मेट्रो” Complete Nibandh for Students

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दिल्ली मेट्रो: मेरी मेट्रो Delhi Metro-Meri Metro   संकेत बिंदु –प्रारंभ –विभिन्न रूट –आरामदायक –विकास की संभावनाएँ दिल्ली मेट्रो का प्रारंभ 25 दिसंबर, 2002 को हुआ। तब केवल एक रूट सीलमपुर से तीस हजारी तक का शुरू किया गया था। आज दिल्ली में मेट्रो का जाल बिछ गया है। तीस हजारी से रिठाला, कश्मीरी गेट से दिल्ली विश्वविद्यालय, द्वारका से कनॉट प्लेस (राजीव चौक) तथा चाँदनी चौक तक के कई रूटों पर...
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Hindi Essay on “Khelo ki Duniya”, “खेलों की दुनिया” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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खेलों की दुनिया Khelo ki Duniya   संकेत बिंदु –जीवन में खेल –खिलाड़ी की प्रवृत्ति –विभिन्न खेल –खेल समाचार, लेख खेल एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अधिकांश लोगों की रुचि होती है। खेल हर आदमी के जीवन में ऊर्जा का संचार करता है। बचपन केही हमारी खेलों में रुचि होती है और हममें से अधिकांश के भीतर एक खिलाडी जरूर रहता है। जीवन की भाग-दौड़ और दूसरी जिमेदारियों की वजह से...
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Hindi Essay on “Jansanchar Madhyam”, “जनसंचार माध्यम” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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जनसंचार माध्यम Jansanchar Madhyam   संकेत बिंदु-संचार का अर्थ –जनसंचार का स्वरूप –जनसंचार के कार्य –जनसंचार के विविध उपकरण संचार दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच सूचना, विचारों और भावनाओं का आदान-प्रदान है। संचार के कई प्रकार हैं जिनमें मौखिक और अमौखिक संचार के अलावा अंत: वैयक्तिक, अंतरवैयक्तिक, समूह संचार और जनसंचार प्रमुख हैं। जनसंचार सूचना, शिक्षा और मनोरंजन के अलावा एजेंडा तय करने का काम भी करता है।...
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Hindi Essay on “Badalta Bharat”, “बदलता भारत” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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बदलता भारत Badalta Bharat संकेत बिंदु –भारत का वर्तमान रूप –बदलाव –सुनहरा अतीत –भविष्य हम भारत में हो रहे बड़े बदलावों और विकास कार्यों की दहलीज पर खड़े हैं। यह हर भारतीय के लिए उम्मीदों भरा दौर है, एक ऐसा दौर है जिसमें वे बेहतर जिंदगी और बेहतर देश का ख्वाब देख सकते हैं। लिहाजा, यही वह वक्त है, जब हम भविष्य के भारत का ताना-बाना बुनें। हालाँकि जब हम सावधानीपूर्वक...
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Hindi Essay on “Pradushan ki Samasiya”, “प्रदूषण की समस्या” Complete Paragraph, Nibandh for Students

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प्रदूषण की समस्या Pradushan Ki Samasiya संकेत बिंदु –भूमिका –विकट समस्या –कारण –निवारण आज प्रदूषण की समस्या अत्यंत विकराल होती जा रही है। अब हमें शुद्ध वायु तक उपलब्ध नहीं है। वैज्ञानिक आविष्कार्य और बदलते हुए औद्योगीकरण के फलस्वरूप वायु सर्वाधिक दूषित और विषैली हो चली है। बेशुमार धुंआ उगलते कल-कारखाने, सड़कों पर पेट्राल और डीजल का विशाल धुओं सारे पर्यावरण को रुग्ण, विषैला और निर्जीव बना रहा है। कल-कारखानों से...
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Hindi Essay on “Bina Vichare jo Kare, So Pache Pachtaye”, “बिना विचारे जो करे, सो पाछे पछताए” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, 12 Students.

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बिना विचारे जो करे, सो पाछे पछताए Bina Vichare jo Kare, So Pache Pachtaye मनुष्य संसार का सर्वश्रेष्ठ प्राणी माना जाता है। इसका कारण यही है कि वह मननशील है। वह अपने विचार के बल पर संसार के बड़े काम करने में सफल हो सकता है। उसका मन जिस किसी कार्य में लीन हो जाता है वह उस कार्य में अदभुत सफलता प्राप्त कर लेता है। मनुष्य के पास शारीरिक शक्ति...
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Hindi Essay on “Bharatiya Samaj mein Nari ka Sthan”, “भारतीय समाज में नारी का स्थान” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, 12 Students.

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भारतीय समाज में नारी का स्थान Bharatiya Samaj mein Nari ka Sthan   जिस प्रकार तार के बिना वीणा और धुरी के बिना रथ का पहिया बेकार है उसी तरह नारी के बिना मनुष्य का सामाजिक जीवन अधूरा है। भारतीय नारी सृष्टि के आरम्भ से ही गुणों का भण्डार रही है। पृथ्वी जैसी सहनशीलता, सूर्य जैसा तेज़, समुद्र सी गम्भीरता, चन्द्रमा जैसी शीतलता, पर्वतों जैसी मानसिक उच्चता एक साथ नारी के...
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