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Posts tagged "Hindi essays" (Page 24)
एक कुली की आत्मकथा रेलवे स्टेशन पर हमें कुली या बोझा ढोने वाले लाल कमीज़ और सफेद पैन्ट या धोती में मिलते हैं। कुली को हम सब अच्छी तरह पहचानते हैं। वह हमारा सामान उस गाड़ी में पहुँचाता है जिस में हमने चढ़ना होता है। वह इस काम के पैसे पाता है। उसका मेहताना निश्चित होता है। कई कुली यात्रियों का सामान स्टेशन से बाहर लेकर जाते हैं। वह बहुत ही...
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April 17, 2023 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरे स्कूल का चपरासी या स्कूल का चपरासी हमारे स्कूल में केवल एक ही चपरासी है। उसका नाम प्रेम कुमार है। वह पैन्तीस साल का जवान आदमी है। वह लम्बा और बलवान है। वह जागरुक है। वह हमेशा मुस्कराता रहता है। वह साफ वस्त्र पहनता है। विद्यालय में सब उसे जानते हैं। वह कर्त्तव्य परायण है। वह मुख्याध्यापक के कक्ष के बाहर स्टूल पर बैठता है। वह हर कार्य जो उसे...
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April 17, 2023 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अन्तर्जातीय विवाह Antarjatiya Vivah अन्तर्जातीय विवाह को किसी न किसी रूप में प्राचीन काल से ही देखा जा सकता है। गन्धर्व विवाह तथा मुगलों के समय में हिन्दू-मुस्लिम विवाह, राजपूत राजाओं तथा मुस्लिम राजाओं के घरानों में एक प्रथा के रूप में था। वह तो मानता ही पड़ेगा कि विवाह अपने आप में एक सामाजिक संसी है। जनजाति से लेकर आधुनिक समाज के बीच समाज की संस्था तथा स्वरूप भिन्न रहे...
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March 3, 2023 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय संस्कृति : अनेकता में एकता Bharatiya Sanskriti-Anekta mein Ekta संस्कृति का अभिप्राय आमतौर पर खान-पान, पहनावा, बोलचाल आदि समझा जाता है। जब किसी त्योहार, मेला या शादी ब्याह में लगे देशी वेशभूषा धारण करते हैं तो उसे संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। संस्कृति वह चीज है जो संस्कार करती है। इसकी व्याख्या से स्पष्ट होता है कि मनुष्य को पशु की श्रेणी से ऊपर उठाना ही संस्कार करना है।...
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March 3, 2023 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
भारत में समान सिविल संहिता Bharat mein Saman Civil Sanhita संविधान के अनुच्छेद 14 से 18 तक में समानता के मूल अधिकार के लिए प्रावधान किया गया है। इस अनुच्छेदों में यह भावना निहित है कि राज्य किसी शक्ति के साथ धर्म, भूलवंश लिंग, जाति तथा निवास स्थान के आधार पर भेद नहीं करेगा। भारत में निवास करने वाले धार्मिक तथा भाषायी अल्पसंख्यकों को भी अपने धर्म तथा भाषा एवं लिपि...
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March 3, 2023 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
धर्म निरपेक्षता और भारत Dhrmnirpekshta aur Bharat धर्म और धर्म-निरपेक्षता का सामान्य अर्थ- ‘धारमति इतिध्सः धर्मः’ कहकर धर्म के स्वरूप की व्याख्या की गई है। तात्पर्य यह है कि धारण करने की शक्ति धर्म की मुख्य विशेषता है। धारण की शक्ति का तात्पर्य है, रक्षा अथवा कर्तव्य पालन। इस प्रकार धर्म कर्तव्य पालन अथवा रक्षा का पर्यायवाची कहना है। धर्म हमकों एक सूत्र में बाँधता है। वह धर्म निश्चय ही अवरोधों...
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March 3, 2023 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत में बढ़ता भ्रष्टाचार Bharat mein Badhta Bhrashtachar जब से रक्षा सौदों में दलालों की बात सामने आई है और विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम का उल्लंघन करके विदेशी खातों में पूंजी जमा करने के मामले प्रकाश में आए हैं, तब से भ्रष्टाचार पर देश-व्यापी बहस छिड़ गई है और यह हम शुभ लक्षण है। भ्रष्टाचार का जो नासूर भीतर ही भीतर पनप रहा था, उसके विषय में जानकारी तो मिली। लोग...
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March 3, 2023 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत में राष्ट्रीय एकता Bharat mein Rashtriya Ekta भारत एक विशाल देश है। विश्व की लगभग पन्द्रह प्रतिशत जनता इस देश में निवास करती है। इसका एक-एक राज्य इतना विशाल है कि यूरोप के अनेक देशों से बड़ा है। यहाँ अनेक जाति, धर्म, भाषा वाले लोग निवास करते। इनकी प्राकृतिक संरचना में विविधता है। उत्तर में नागाधिराज हिमालय अपनी ऊँची-ऊँची शृंखलाओं के साथ खड़ा है तो दक्षिण में हिन्द महासागर अपनी...
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