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Hindi Essay on “Vivah ek Samajik Sanstha” , ”विवाह एक सामाजिक संस्था” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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विवाह एक सामाजिक संस्था विवाह एक सामाजिक व्यवस्था है। स्वस्थ तथा भागतिक समाज की स्थापना में उसका सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान है। वह समाज का महोत्सव है। विवाह बिना समाज की कल्पना बिखर जाएगी और समाज पशुवत हो जाएगा। समाज मानव जाति के हजारों वर्षों के अनवरत प्रयत्नों, संघर्षों, उपलब्धियों, अविष्कारों आदि का परिणाम है। वह जंगल-दर्शन से हटकर समूह में रहने के लिए विवाह आवश्यक है। लेकिन आज विवाह अभिशाप बन...
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Hindi Essay on “Aatankvad Aur Samaj” , ”आतंकवाद और समाज” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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आतंकवाद और समाज नात्सीज्म और फासीज्म आतंक समर्थक विचाराधाराएं थीं। व्यक्ति और समाज को भय तोड़ता है, खोखला करता है और आतंक की ओर खींच ले जाता है। आतंक भयानक वन है, जो हिंसक वन्य पशुओं के रहने का स्थान है। उस भयावह वन को हमने शहरों में उगा दिया है। उसकी जड़े मन में गहरी उतर चुकी हैं। आतंक घनेवन की तरह स्याह होता है और चीत्कारों से भरा रहता...
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Hindi Essay on “Registan Ki Yatra” , ”रेगिस्तान की यात्रा ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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रेगिस्तान की यात्रा  या  रेगिस्तान का सौंदर्य भारत में हिमालय भी है और रेगिस्तान भी, रेता के टीले भी भी हैं रेगिस्तान में। पानी को तरसता है रेगिस्तान। नदियों हैं नितांत अभा है वहां। मीलों तक जनहित प्रदेश वर्षों से सोया हुआ है। दिन में तपता रेगिस्तान रात में अत्यंत मधुर हो जाता है तपे हुए तीबे रात को ठंडे हो जाते हैं। नंगे पांव उन पर चलते हुए अदभुत सुकून...
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Hindi Essay on “Anekta mein Ekta” , ”अनेकता में एकता” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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अनेकता में एकता  Unity in Diversity निबंध नंबर :01 भारत की संस्कृति विविधारूप है। भारत एक विशाल देश है। यहां अनेक धर्म और जातियों के लोग रहते हैं। सनातन धर्म, वैदिक धर्म, बौद्ध धर्म, और जैन धर्म, ईसाई, इस्लाम आदि अने धर्म हैं। और हूण, तुर्क, पठान, पुर्तगाली, फे्रंच, मुगल, अंग्रेज, डच, पारसी अनेक जाति के निवासी हैं। वहां मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, मठ, चर्च आदि पूजा-स्थल है। इसी प्रकार यहां विविध...
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Hindi Essay on “Swasth Bharat” , ”स्वस्थ भारत ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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स्वस्थ भारत  या  स्वास्थ्य ही जीवन है यदि हम स्वस्थ है तो हम एक साधारण भारत के नागरिक भी है। यदि हम अस्वस्थ है तो गरीब, अयोज्य और उपेक्षित भी है। किसी देश, जाति, समाज तथासंप्रदाय की उन्नति तभी संभव है, जबकि वे स्वस्थ और स्फूर्त है। संसार के इतिहास को उठाकर इस बात का अध्ययन करें कि कौन- सा देश कब उन्नतिशील, स्मृद्धिशील, सभ्य और सुसंकृत रहा, तो यह स्पष्ट...
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Hindi Essay on “Pradushan ka Prakop” , ”प्रदूषण का प्रकोप” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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प्रदूषण का प्रकोप Essay No. 01 प्रदूषण एक विश्वव्यापी समस्या है। इस समस्या में विश्व के सभी नगर त्रस्त हैं। विभिन्न कारणों से जल, वायु ध्वनि और मिट्टी का पारस्परिक संतुलन बिगडऩा ही प्रदूषण कहलाता है। पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने वाले तत्वों में विकास उत्पन्न होने के कारण प्रदूषण का जन्म होता है। वास्तव में मानव द्वारा औद्योगिक वैज्ञानिक चाहत ही प्रदूषण बढ़ाने में कार्यरत है। नगरों में तेजी से...
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Hindi Essay on “Pustkalaya ka Mahatav” , ”पुस्तकालय का महत्व” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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पुस्तकालय का महत्व Pustakalya Ka Mahatav निबंध नंबर :01  सृष्टि के समस्त चराचरों में मनुश्य ही सर्वोत्कृष्ट कहलाने का गौरव प्राप्त करता है। मनुष्य ही चिंतन-मनन कर सकता है। अच्छे-बुरे का निर्णय कर सकता है तथा अपने छोटे से जीवन में बहुत कुछ सीखना चाहता है। उसी जिज्ञासावृत पुस्तकें शंात करती है अर्थात ज्ञान का भंडार पुस्तकों में समाहित है। ऐसा स्थान जहां अनेक पुस्तरों को संगृहीत करके उनका एक विशाल...
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Hindi Essay on “Desh Prem or Swadesh Prem” , ”देश प्रेम या स्वदेश प्रेम ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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देश प्रेम  या  स्वदेश प्रेम   जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रसधार नहीं वह हृदय नहीं है, पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यान नहीं। विश्व में ऐसा तो कोई अभागा ही होगा जिसे अपने देश से प्यार न हो। मनुष्य ही नहीं पशु-पक्षी भी अपने देश या घर से अधिक समय तक दूर नहीं रह पाते। सुबह-सवेरे पक्षी अपने घोसले से जाने कितनी दूर तक उड़ जाते हैं...
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