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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Paropkar”, ”परोपकार” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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परोपकार Paropkar   तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियहिं न पानि । कहि ‘रहीम‘ पर काजहित, सम्पत्ति संचहिं सुजान।।   परोपकार की महिमा रहीम के इस दोहे से प्रकट होती है। परोपकार का ऐसा सटीक उदाहरण इसमें दिया गया है। वृक्ष फल पैदा करते है पर स्वयं नहीं खाते। वृक्षों का जीवन परोपकार में ही व्यतीत होता है। तालाब अपना पानी स्वयं ही नहीं पीते। उनका पानी पशु पक्षी ही...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Swadesh Prem”, ”स्वदेश प्रेम” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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स्वदेश प्रेम Swadesh Prem      “जहां जन्म देता हमें है विधाता, उसी ठौर में चित्त है मोद पाता।”   हमारी मातृभूमि ही हमारा स्वदेश कहलाता है। जो सम्बंध एक पुत्रका माता से होता वही देश वासियों का मातृभूमि से होता है। स्वदेश हमारी माता है। जो भावनाएं माता के प्रति पुत्र की होती है। वहीं देश वासियों की स्वदेश के लिए होती है। दूसरे की माता कितनी ही सुन्दर हो...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Samay ka Sadupyog”, ”समय का सदुपयोग” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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समय का सदुपयोग Samay ka Sadupyog   तुलसी दास जी की चौपाई है – “का वरषा जब कृषी सुखाने, समय चूकि पुनि का पछिताने।” यह चौपाई समय के महत्व को अक्षरशः प्रकट करती है। एक और कहावत है -“अब पछताये होत क्या जब चिड़ियाँ चुगगई खेत”। ये दोनों ही उद्धरण समय के महत्व को प्रतिपादित करते हैं। इनका आशय है कि समय पर किए जाने वाला कार्य यदि उसी समय न...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Bhukamp ka Prakop”, ”भूकम्प का प्रकोप” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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भूकम्प का प्रकोप Bhukamp ka Prakop निबंध नंबर : 01 भूकम्प का धक्का प्रबल था। एक बहुत बड़े क्षेत्र में इसका प्रभाव पडा। कई गाँवों में त्राहि त्राहि होने लगी। गाँवों के लगभग सभी मकान गिर गए। उनके निवासी उनके मलबे में ही दबे रह गए। परिवार के परिवार भूमि निगल गई। रात का समय होने के कारण किसी को कुछ भी नहीं सूझा। रात में ही भूकम्प के तीन-चार झटके...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Badh ka Drishya ”, ”बाढ़ का दृश्य” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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बाढ़ का दृश्य Badh ka Drishya  निबंध नंबर :- 01 प्रकृति के प्रकोप का एक स्वरूप बाढ़ है। सामान्य रूप से जो नदी शान्त रहती है, अपने किनारे बसे हुए ग्राम वासियों को नित्य अनेक प्रकार से सहायता करती है, बाढ़ के समय उसका रौद्र रूप देखकर भय लगता है। नदी के उद्गम क्षेत्र में भारी वर्षा होने पर नदी देखने को मिलता है। उफन कर चलने लगती है। उसके तटीय...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Varsha Ritu”, ”वर्षा ऋतु” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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वर्षा ऋतु Varsha Ritu 4 Best Hindi Essay on “Varsha Ritu” निबंध नंबर :- 01 प्रचण्ड धूप से तपती हुई धरती आग उगलती है। लोग व्याकुल होकर आकाश की ओर देखने लगते हैं। पानी की कमी से सभी परेशान हो जाते हैं। ऐसे ही समय में पुरवाई चलने लगती है। आकाश पर बादल छा जाते हैं। प्यासी भूमि की प्यास बुझाने वर्षा ऋतु का आगमन होता है। प्रथम वर्षा ही वातावरण...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Surya Udya ka Drishya”, ”सूर्योदय का दृश्य” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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सूर्योदय का दृश्य Surya Udya ka Drishya  सूर्य की प्रथमकिरण ने भूमि का स्पर्श किया। आकाश में उजेला छाने लगा। एक तरफ मुर्गों की कुकुडू कू ने नींद उचाट दी। पूर्व में लाली प्रकट होने लगी। लालिमा धीरे धीरे स्वर्णिम होने लगी। चिड़ियाँ चहचहाने लगी। उनका मधुर संगीत कानों में पड़ने लगा। सोता हुआ संसार जागृति की ओर अग्रसर होने लगा। प्राणियों ने अलसाई दृष्टि चारों ओर डाली। अंगड़ाई लेकर वे...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Shishtachar”, ”शिष्टाचार” Complete Hindi Anuched for Class 8, 9, 10, Class 12 and Graduation Classes

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शिष्टाचार Shishtachar  Essay No. 01 अच्छे आचरणों वाला व्यक्ति समाज का आभूषण माना जाता है। इसके विपरीत अशिष्ट व्यक्ति समाज के लिए अभिशाप होता है। व्यक्ति आदतों का एक समूह होता है। एक शिष्ट व्यक्ति शिष्ट आदतों का समूह होता है। हमारा आचरण शिष्ट होनेसे सभी लोग मिलने जुलने की इच्छा करते है। अशिष्ट व्यक्ति से समाज घृणा करता है। हमारे शिष्ट आचरण हमें समाज में सम्मान एवं प्रतिष्ठा दिलाने में...
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