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Posts tagged "Hindi essays" (Page 127)
भारत-निर्माण में राजनेताओं का योगदान Bharat Nirman me Rajnetao ka Yogdan निर्माण दो-चार या दस-बीस वर्षों में नहीं हो जाया करता, बल्कि उसके लिए सैकड़ों हजारो वर्षों का समय लग जाता है। अत: भारत-निर्माण में राजनेताओं का योगदान, जैसे विषयों पर चर्चा करना न तो उचित विषय ही प्रतीत होता है, न उनके कार्यों और निर्माण को वास्तव में नापा-तोला ही जा सकता है। हमारे विचार में यहाँ इस शीर्ष का...
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January 16, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विश्व-शान्ति और भारत Vishwa Shanti aur Bharat निबंध संख्या :- 01 अपने मूल स्वभाव में भारत एक अध्यात्मवादी और शान्ति प्रिय देश रहा है। यह अलग बात है कि आज का भारतीय आधिकाधिक मौलिक साधनों को पाने के लिए आतुर हो और दीवाना बन कर अपनी मूल अध्यात्म चेतना से भटकता जा रहा है. उस से हर दिन दूर होता जा रहा है: पर जहाँ तक शान्तिप्रियता का प्रश्न है, हमारे...
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January 16, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आतंकवाद की समस्या Aatankwad ki Samasya निबंध नंबर: 01 आतंकवाद या उग्रवाद ! कहने को तो आज सारे विश्व के सामने इसकी भयावह “मुह बाए, जीभ लपलपाती हुई खड़ी है; पर भारत को तो इसने बहुत बुरी तरह लपेट में ले रखा है। इस बात में तनिक भी सन्देह नहीं। ये अब्दुल निदाल और गुलबुदीन हिक्मतपार जैसे कुछ आतंकवादियों ने अपनी गति-विधियों से सारे विश्व को आतंकित कर रखा है; पर...
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November 26, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
ध्वनि-प्रदूषण Dhwani Pradushan मनुष्य को प्रकृति का वह वरदान प्राप्त है कि वह बोल सकता है। उसके पास एक उन्नत भाषा है। उस भाषा में वह बातचीत कर सकता है। विचारों को समझ-समझा या उनका आदान-प्रदान कर सकता है। प्रकृति को वरदान और भाषा अर्जित बल पर मनुष्य गनगना सकता है। स्वर-लय में गा सकता है। चाहने और पड़न पर रो भी सकता है, चिल्ला भी सकता है। इस प्रकार...
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November 26, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
महानगरीय परिवहन-व्यवस्था Mahanagariya Parivahan Vyavastha दिल्ली हो या कलकत्ता, बम्बई हो या मद्रास-इस प्रकार के सभी महानगरों में जन-संचरण के लिए रक्तवाहनियों के समान उचित परिवहन-व्यवस्था का रहना बहुत आवश्यक माना गया है। इसके अभाव में यहाँ का जीवन कहा जा सकता है कि एक कदम ना नहीं चल सकता। एक दिन परिवहन व्यवस्था किसी कारण से न मिल पाने पर लगता जस सारा नगर, सारा वातावरण और वहाँ का सारा...
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November 26, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत और इस्राइल सम्बन्ध Bharat aur Israel Sambandh शीत युद्ध की समाप्ति के उपरान्त हमारे देश की राष्ट्रीय रूप से स्वीकृत विदेश नीति में भी परिवर्तन आया। भारत-इस्राइल राजनयिक सम्बन्धों की स्थापना को इनमें सस महत्त्वपूर्ण परिवर्तन माना जाता है। इन सम्बन्धों की पृष्ठभूमि 1991 में उस समय जब सयुक्त राष्ट्र संघ में अमेरिका की पहल पर इस्राइल के सम्बन्ध में लाए गए प्रस्ताव पर भारत ने अपना समर्थन दिया। यह...
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November 26, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत और चीन सम्बन्ध Bharat aur China Sambandh एशिया के दो महान् देश हैं भारत और चीन जिन्होंने मौजूदा राजनीतिक समीकरण की आवश्यकता को भलीभाँति समझ लिया है। ऐसा लगता है कि अब ये दोनों सकारात्मक दायित्व निभाने, एक ध्रुवीय शक्ति से संत्रस्त मानवता और राष्ट्रों को बचाने, एक नया राजनीतिक समीकरण तथा संतुलन बनाने की दिशा में अग्रसर भी हो उठे हैं। भारत और चीन दोनों ही पराधीनता और...
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November 26, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत की तटस्थ नीति Bharat ki Tatastha Niti विश्व शान्ति के संदेशवाहक भारत ने अहिंसा के अमोघ अस्त्र के द्वारा मातृभूमि को विदेशियों के चंगुल से मुक्त कराया था। उसकी प्रबल इच्छा है कि विश्व के सभी बार की तरह मिल जुल कर रहें। उनमें पारस्परिक सहयोग, सद्भावना और संवेदना हो। एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहे और हर एक क्षत्र में प्रगति करने का अवसर...
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November 26, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment