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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 54)
डॉ. हरिवंशराय बच्चन Harivansh Rai Bachchan प्रखर छायावाद और आधुनिक प्रगतिवाद के मुख्य स्तंभ माने जाने वाले हरिवंश राय बच्चन का जन्म 27 नवंबर, 1907 को प्रयाग के पास स्थित अमौढ़ गांव में हुआ था। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा कायस्थ पाठशाला, सरकारी पाठशाला से प्राप्त की। इसके बाद की पढ़ाई उन्होंने इलाहाबाद के राजकीय कॉलेज और विश्व विख्यात काशी हिंदू विश्वविद्यालय से की। पढ़ाई खत्म करने के बाद वे शिक्षक पेशे से...
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May 14, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सचिन तेंदुलकर Sachin Tendulkar भारतीय क्रिकेट की शान व विश्व के नंबर एक बल्लेबाज का रूतबा रखने वाले मास्टर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बहुत ही कम समय व उम्र में क्रिकेट में ऐसे रिकार्ड बना डाले हैं, जिन्हें तोडना आसान नहीं। रन बनाने व नये कीर्तिमान बनाने की भख अभी मिटी नहीं है। क्रिकेट इतिहास के स्वर्णिम पन्नों पर वे अपना नाम दर्ज करा चके हैं। 1989 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में...
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May 14, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
काला धन की समस्या Kala Dhan ki Samasya जिस रुपये को हम काला धन कहते हैं, उसकी आत्मा तथा मन काला है। काला धन वह है, जिसे सरकारी टैक्स की अदायगी से बचने के लिए अत्यंत गुप्त एवं गोपनीय बनाकर रखा जाता है, जिसे विधिवत लिखित रूप में लिपिबद्ध नहीं किया जाता है। देश की राजव्यवस्था और अर्थव्यवस्था के लिए काला धन कैंसर के समान है। यदि इसे ठीक नहीं किया...
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May 14, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चुनाव Chunav भारत एक प्रजातांत्रिक देश है। प्रजातांत्रिक शासन-प्रणाली में शासन जनता के हाथों में होता है। लेकिन यह संभव नहीं है कि प्रत्येक आदमी की इच्छा से शासन हो। इसके लिए जन-प्रतिनिधित्व का प्रावधान है। जनता अपनी इच्छा से शासन चलाने के लिए अपने अनुकूल व्यक्ति को प्रतिनिधि चुन सकती है। इसमें जनता द्वारा चयनित प्रतिनिधि ही शासन चलाते हैं। इसे प्रतिनिधियों का चयन जिस प्रक्रिया द्वारा होता है, उसे...
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May 14, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत में प्रजातंत्र प्रणाली Bharat mein Prajatantra Panali प्रजातंत्र का मतलब है प्रजा का शासन अर्थात् जहां किसी एक व्यक्ति के हाथ में राज्य सत्ता न रहकर प्रजा के बहुमत पर ही निर्भर करती है। प्रजातंत्र को लोकतंत्र भी कहते हैं। प्रजातंत्र की परिभाषा दी जाती है- “प्रजातंत्र जनता का, जनता के लिए, जनता द्वारा किया गया शासन है।” महात्मा गांधी ने कहा था, “प्रजातंत्र का अर्थ मैं यह समझता हूं...
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May 14, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दूरदर्शन का युग Doordarshan ka Yug इस युग में विज्ञान के नये-नये आविष्कार रोज-ब-रोज हो रहे हैं। चारों तरफ मानव को दिए गए विज्ञान के उपहार भरे पड़े हैं। आज मनुष्य विज्ञा की शक्ति से आकाश में उड़ रहा है। देश-विदेशों की खबरें कुछ ही समय में देख-सुन रहा है। विज्ञान के चमत्कारों से कभी हर्षित और कभी भयभीत भी होता है। ऐसी ही एक चमत्कार टेलीविजन है। ‘टेलीविजन’ अंग्रेजी शब्द...
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May 11, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
महंगाई Mehangai महंगाई की तासीर यह है कि पॉकेट में पैसों का बोझ बढ़ता जाता है और थैले में सामान घटता जाता है। महंगाई बढ़ते-बढ़ते एक ऐसी स्थिति आ जाती है कि थैलों में रुपया भरकर जाया जाता है और जब में सामान लाया जाता है। अर्थशास्त्र की भाषा में जब क्रेता की क्रय-शक्ति घट जाए, तो इसे ही महंगाई कहते हैं। महंगई में सामान तो बाजार में मिलते हैं, लेकिन...
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May 11, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अनुशासन Anishasan शासन के आगे ‘अनु’ उपसर्ग लगने से अनुशासन शब्द बना है। अनु शब्द का अर्थ है-पीछे। इस प्रकार अनुशासन का शाब्दिक अर्थ हुआ शासन के पीछे-पीछे चलना। यहां शासन का मतलब शासकीय मान्यताओं का पालन ही अनुशासन है। परिवार में पुत्र-पिता के अनुशासन में न रहे। पुत्री माता के अनुशासन में न रहे, तो वह परिवार अव्यवस्थित हो जाए। उसी प्रकार सरकारी कार्यालयों में अगर कर्मचारी/ अधिकारी के...
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May 11, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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