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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 45)
परोपकार ही जीवन है Paropkar hi Jeevan hai विद्वानों का कहना है कि परोपकार के लिए वृक्ष फलते हैं, नदियाँ बहती हैं, गऊमाता दूध देती हैं और सज्जन पुरुषों का ऐश्वर्य दूसरों के हित में रहता है। इसी प्रकार सूर्य-चन्द्रमा भी दूसरों की भलाई में रत हैं। इसी हेतु धरा सभी प्राणियों के भार को सहन करती है। मेघ बरस-बरस कर सबके लिए अन्न पैदा करते हैं। इससे स्पष्ट है कि...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अहिंसक कायर और वीर? Ahinsak Kayar aur Veer? प्रेम की पराकाष्ठा ही अहिंसा है। अहिंसा वास्तव में वह प्रवत्ति है कि हम जो उचित तथा न्यायसंगत समझते हैं उसे निर्भय होकर करते जाएँ। अहिंसक वीर अन्याय और अनीति के सामने सिर नहीं झकाता। अत्याचार और अन्याय का मुकाबला वह सहिष्णुता और नैतिक बल से करता है। अत्याचारी और अन्यायी से बदला लेने की भावना उसके मन में कभी नहीं उपजती। अहिंसक...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
शक्ति ही शांति का स्रोत है Shakti hi Shanti ka Strot hai शक्ति ही शांति का स्रोत है-इस तथ्य की पुष्टि जीवन के किसी भी क्षेत्र से की जा सकती है। इस संसार में जीने का अधिकार केवल उसे प्राप्त रहा है जिसमें भरपूर शक्ति है। इस संसार में कौन सुख-शांति का उपभोग करे, इसका अंतिम निर्णय शक्ति द्वारा ही होता है। संस्कृत की एक उक्ति है-‘वीर भोग्या वसुंधरा’ अर्थात वीर...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चरित्रबल Charitrabal चरित्रबल मनुष्य का सर्वोत्तम गुण है। चरित्र ऐसा हीरा है जो अन्य सभी पाषाण खंडों को काट देता है। मनुष्य अपने चरित्र की शक्ति से अनेकानेक आपत्तियों, विपत्तियों, कठिनाइयों और बाधाओं का सामना कर सकता है। चरित्र एक शक्ति है, प्रभाव है वह मित्र उत्पन्न करता है, सहायता और संरक्षण प्रदान करता है, धन, यश तथा सुख का निश्चित मार्ग खोलता है। चरित्र किसी व्यक्ति, समाज अथवा राष्ट्र की...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अहिंसा परमो धर्म Ahinsa Parmo Dharma दूसरों के लिए प्राणार्पण करना प्रेम की पराकाष्ठा है और उसका शास्त्रीय नाम अहिंसा है। अहिंसा की शक्ति में विश्वास रखने वाला व्यक्ति कभी किसी को हानि नहीं पहुंचाता। हिंसा के मुकाबले में लाचारी का भाव आना अहिंसा नहीं कायरता है। अहिंसा को कायरता के साथ नहीं मिलाना चाहिए। जब कोई व्यक्ति अहिंसा की कसौटी पर खरा उतरता है तो अन्य व्यक्ति स्वयं ही उसके...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
साहस Sahas मनुष्य के सभी गुणों में साहस सर्वोत्तम है क्योंकि यह सभी गुणों की जननी है। मानव-इतिहास में जो कुछ पठनीय है, वह मनुष्य के साहस और वीरता की कहानी है। संकट में साहस से काम लेना आधी सफलता प्राप्त कर लेना है। जो मनुष्य कभी साहस नहीं छोड़ता, वह कभी पराजित नहीं होता। मिल्टन का कथन है-‘युद्ध में पराजित हो गए तो क्या चिंता है, सब कुछ तो पराजित...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
संयम का महत्त्व Sayam ka Mahatva संयम मानव-चरित्र का बहुत बड़ा गुण है। उत्तेजित स्थिति में भी बिना क्रुद्ध हुए अपना कार्य संतुलित दृष्टिकोण के साथ करते जाना मनुष्य की महानता का परिचायक है। जो मनुष्य स्वयं को संयमित नहीं रख सकता, जिसका स्वभाव उसकी इच्छा के विरुद्ध परिवर्तित होता रहता है, वह एक निर्बल व्यक्ति है और परीक्षा की घड़ी में भी वह निर्बल सिद्ध होगा। जो मनुष्य स्वयं को...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आत्मविश्वास Self Confidence आत्मविश्वास जीवन की प्रेरक शक्ति है। आत्मविश्वास का संबल प्राप्त कर ही मनुष्य अपनी मंजिल तक पहुंच सकता है। संसार में जितनी भी महान विभूतियाँ हुई हैं उन्होंने आत्मविश्वास की शक्ति से ही अपने लक्ष्य को प्राप्त किया है। आत्मविश्वासी व्यक्ति को जीवन में कभी निराशा का मुंह नहीं देखना पडता। जीवन में सुख-समृद्धि तथा समाज में मान-प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए मनुष्य को आत्म-विश्वासी बनना चाहिए। आत्मविश्वास...
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