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Hindi Essay on “Bhramcharya” , ”ब्रह्मचर्य” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

ब्रह्मचर्य ब्रह्मचर्य, एक विशेष प्रकार के रहन-सहन, संयम-अनुशासनपूर्ण जीवन जीने की एक प्रकिया का नाम है | इस दृष्टि से तो कोई भी व्यक्ति आजीवन ब्रह्मचर्य –व्रत का पालन करते हुए, ब्रह्मचारी बन कर रह सकता है | पहले के समय में तो लोग प्राय ; ऐसा जीवन बिताया करते थे | आज भी साधु-महात्माओं के रूप में अनेक लोग ऐसा ब्रह्मचर्य जीवन जीने वाले है | भारतीय परम्परा में मनुष्य...
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Hindi Essay on “Naari Shakti” , ”नारी शिक्षा” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

नारी शिक्षा नारी शिक्षा का महत्त्व जहाँ तक शिक्षा का प्रश्न है यह तो नारी हो या पुरुष दोनों के लिए समान रूप से महत्त्वपूर्ण है | शिक्षा का कार्य तो व्यक्ति के विवेक को जगाकर उसे सही दिशा प्रदान करना है | शिक्षा सभी का समान रूप से हित –साधन किया करती है | परन्तु फिर भी भारत जैसे विकासशील देश में नारी की शिक्षा का महत्त्व इसलिए अधिक है...
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Hindi Essay on “Samay ka Mahatav” , ”समय का महत्त्व (सदुपयोग)” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

समय का महत्त्व (सदुपयोग) संसार में समय को सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण एव मूल्यवान धन माना गया है | अंत हमे इस मूल्यवान धन अर्थात समय को व्यर्थ ही नष्ट नही करना चाहिए | क्योकि बिता हुआ समय वापस नही लौट पाता | इसके विषय में एक कहावत प्रसिद्ध है – “गया वक्त फिर हाथ आता नही | समय किसी की प्रतीक्षा नही करता”| समय का महत्त्व इस बात से भी स्पष्ट...
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Hindi Essay on “Satsang ke Labh” , ”सत्संग के लाभ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

सत्संगति Satsangati या सत्संग के लाभ Satsang ke Labh निबंध नंबर :01 सत्संगति से तात्पर्य है सज्जनों की संगति में रहना , उनके गुणों को अपनाना तथा उनके अच्छे विचारों को अपने जीवन में उतारना | सामाजिक प्राणी होने के नाते मनुष्य को किसी-न- किसी का संग अवश्य चाहिए | यह संगति जो वह पाता है अच्छी भी हो सकती है और बुरी भी | यदि उसकी संगति अच्छी है तो...
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Hindi Essay on “Parisharam ka Mahatav” , ”परिश्रम का महत्त्व” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

परिश्रम का महत्त्व परिश्रम से अभिप्राय उस प्रयत्न से है जो किसी व्यक्ति द्वारा अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए किया जाता है | मनुष्य की उन्नति का एकमात्र साधन उसके द्वारा किया गया परिश्रम ही है | सभी प्रकार की धन – सम्पत्तियाँ और सफलताएँ निरन्तर किए गे परिश्रम से ही प्राप्त हुआ करती है | ऐसा कहा जाता है कि ‘उद्दोगिनम पुरुष सिह्नुपैत्ति लक्ष्मी :” अर्थात उद्दोग या परिश्रम...
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Hindi Essay on “Vyayam Ke Labh” , ”व्यायाम के लाभ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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व्यायाम के लाभ निबंध नंबर : 01 व्यायाम से अभिप्राय है अपने तन –मन को स्वस्थ, सुन्दर और निरोग बनाए रखने के लिए किया गया परिश्रमपूर्ण कार्य या प्रयास | सर्वप्रसिद्ध उक्ति ‘पहला सुख निरोगी काया’ के अनुसार शरीर का स्वस्थ व निरोग  रहना ही सबसे बड़ा सुख है | अस्वस्थ व रोगी व्यक्ति संसार के सुखो का भोग कदापि नही कर सकता है | स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम अत्यन्त...
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Hindi Essay on “Deshatan Ke Labh” , ”देशाटन के लाभ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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देशाटन के लाभ निबंध नंबर : 01 देशाटन से अभिप्राय है प्राकृतिक और भौगोलिक विभिन्नताओ-विविधताओं से सम्पन्न अपने देश के अलग – अलग भू-भागो , हिस्सों या प्रान्तों का भ्रमण करके वहाँ के रूप रंग, रहन- सहन , रीती –नीतियों आदि के दर्शन करना | देशाटन मनुष्य के लिए अत्यन्त आवश्यक है | यह मनुष्य को आनन्द प्रदान करने के साथ – साथ उसके अनुभव और ज्ञान में वृद्धि करता है...
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Hindi Essay on “Vidyarathi aur Fashion” , ”विद्दार्थी और फैशन” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

विद्दार्थी और फैशन रहने, खाने-पीने, वेशभूषा आदि में नई-नई रीतियों व ढंगों का अपनाया जाना ही फैशन है | अर्थात शारीरिक प्रसाधनो से समाज के समक्ष आत्म-प्रदर्शन करने को फैशन कहा जाता है | विभिन्न प्रकार की वेश-भूषा, केश –विन्यास व कपड़ो के नये-नये नमूने अपनाना ही आदुनिक फैशन को दर्शाने वाले है | फैशन को अपनाने के कुछ विशेष कारण है _ हिन् – भावना का होना, तथा आत्म –...
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