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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 193)
रोबोट Robot प्रस्तावना-यूं तो मानव द्वारा अनेक आश्चर्यजनक आविष्कार किये जा चुके है जिनमें दूरदर्शन से लेकर आन्तरिक्ष यान तक सम्मिलित है, परन्तु मानव के द्वारा जो सर्वाधिक महत्वपुर्ण आविष्कार किया गया-वह कम्प्यूटर है। रोबोट कम्प्यूटर का ही दूसरा रूप् है जिसे मानव ने अपने लिये सुविधा जुटाने, सुगमता पैदा कारने तथा खतरों से बचे रहने के लिए बनाया है। जो मानव की ही तरह चलता-फिरता, देखता-सुनता, बोलता तथा कार्य करता...
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January 30, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बढ़ते अपराध Badhte Apradh प्रस्तावना- आज बढती महंगाई, बेरोजगारी, फैशन की होड ने समाज के लोगों में काफी लोगों का कुण्ठा से भर दिया। ‘वो हमारे पास नहीं, जो पडोसी के पास है‘ इस सोच ने लोगों में मन की शान्ति छीन ली है; जिसके कारण लोग बेईमानी से धन कमाने की ओर उन्नमुख हो रहे है। बेईमानी की यह प्रवृत्ति अन्य अपराध को जन्म देती है। युवा वर्ग अपनी आवश्यकता...
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January 29, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
प्रदुषण – समस्या और समाधान Pradushan – Samasya Aur Samadhan प्रस्तावना-वर्तमान समय में प्रदुषण ने एक भयानक रूप धारण किया हुआ है। आज देश के कोने-कोने में प्रदुषण फैलाव बढता जा रहा है जिसके कारण हजारों व्यक्ति बीमारी का शिकार हो रहे है। घनी आबादी वाले शहरों में स्वस्थ अॅक्सीजन मिलना कठिन हो रहा है, जिसकी वजह से श्वास व ह्रदय रोग बढ रहे है। सामान्यतः प्रदूषण की समस्या मूल रूप...
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January 29, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
पीढ़ी का अन्तर Pidhi ka Anter प्रस्तावना- परिवार एक ईकाई और समाज का अंग होता है। परिवार बुजुर्गों, महिलाओं, युवा-युवतियों, बच्चों से मिलकर बनता है। कुछ केवल पति-पत्नी के रूप में मिलकर परिवार का श्रीगणेश करते हैं। नौकरी पेशा पति या पत्नी ऐसा ही परिवार आजकल देखने बढ़ने लगती है। बच्चे बड़े होने, पढ़ने-लिखने लगते हैं। फिर नौकरी, रोजगार, व्यवसाय या जीविकोपार्जन का मसला सामने आता है और युवा सदस्य अपनी...
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January 29, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
परिश्रम सफलता की कुंजी है Parishram Saphalta ki Kunji Hai प्रस्तावना- मानव जीवन में परिश्रम बहुत आवश्यक है। परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। परिश्रम द्वारा छोटे से छोटा मनुष्य बड़ा बन सकता है। परिश्रम के द्वारा सभी कार्य सम्भव हैं। यदि मनुष्य कोई भी काम कठोर परिश्रम एवं दृढ़ संकल्प लेकर करता है तो वह उस काम में सफलता अवश्य पाता है। जीवन के प्राचीन युग से लेकर आधुनिक युग...
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January 29, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages30 Comments
प्रेस की आजादी कितनी सार्थक Press ki Aajadi Kitni Sarthak प्रस्तावना- वर्तमान युग में प्रेस की स्वतंत्रता अत्याधिक उपयोगी एंव महत्वपूर्ण है। प्रेस, राष्ट्र जीवन के सभी पक्षों को स्पर्श करती है। यह आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक तथा राजनीतिक गतिविधियों और इनके माध्यम से जनजीवन पर होने वाले परिणामों पर निगाह रखता है। प्रजातान्त्रिक शासन प्रणाली में तो प्रेस की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होती है। इसके द्वारा जनमत का निर्माण किया...
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January 18, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत में पुलिस की भूमिका Bharat me Police ki Bhumika प्रस्तावना- किसी भी देश की सुरक्षा पुलिस वालों पर ही निर्भर करती है। पुलिस व्यवस्था सभी प्रकार की शासन प्रणालियों में महत्वपूर्ण योगदान देती है। देश में शान्ति बनाये रखने के लिए पुलिस का अस्तित्व/आवश्यक है। पुलिस की आवश्यकता- किसी भी देश या राज्य में पुलिस व्यवस्था के द्वारा लूटपाट, डकैती, हत्या, विद्रोह एवं हिंसक आन्दोलन जैसी अप्रिय घटनाओं पर काबू...
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January 18, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
धर्मनिरपेक्ष – भारत में राजनीति का दुरूपयोग Dharamnirpekshta – Bharat me Rajniti ka Durupyog प्रस्तावना- हमारा देश भारत एक लोकतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष देश है। यह प्रत्येक भारतवासी के लिए बहुत गौरव की बात है। यहां सभी व्यक्तियों को अपनी-अपनी इच्छा से धर्म अपनाने की कानूनी स्वतन्त्रता है। भारत का प्रत्येक नागरिक जिस धर्म में आस्था व विश्वास रखता है वह उसे बेहिचक एवं बिना किसी दवाब के अपना सकता है। लेकिन...
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January 18, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment