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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 180)
नशाखोरी-एक अभिशाप Nashakhori-Ek Abhishap मादक द्रव्य सेवन की प्रवृत्ति हजारों वर्ष पुरानी है। अनुसंधान एवं वस्तु-निर्माण की शक्ति से युक्त मानवों ने सभ्यता के विकास के साथ एक से बढ़कर एक उपयोगी चीजें खोज लीं, उपकरण बना लिए, वस्तुएँ निर्मित कर लीं। इस क्रम में उन्होंने मादक द्रव्य ढूँढ़ निकाले एवं उनका प्रयोग करना सीख लिया। भारते के प्राचीन ग्रंथों में ’सोम’ और ’सुरा’ इस बात का प्रमाण है कि...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
वरिष्ठ नागरिकों की समस्याएँ Varishth Nagriko ki Samasyaye वर्तमान समय में वरिष्ठ नागरिक जनों का समूह एक पृथकता ग्रहण करता जा रहा है। लगभग 65 वर्ष के व्यक्ति वरिष्ठ नागरिक की कोटि में आते हैं। सामान्यतः सभी सेवा-निवृत व्यक्ति स्वयं को वरिष्ठ नागरिक जन मानते हैं। आप इन लोगों को प्रातः एवं सांयकाल पार्कों में सैर करते अथवा ताश खेलते देख सकते हैं। इन्हें अपना समय बिताने के लिए कुछ-न-कुछ...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
सूचना प्रौद्योगिकी की उपलब्धियाँ Information Technology ki Uplabhdiya आधुनिक युग समूचना पौद्योगिकी क्रान्ति की वजह से आई. टी. (सूचना पौद्योगिकी) का युग कहा जा सकता है। मानव की वैगानिक उपलब्धियों में यह महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी उपलब्धि है। कंप्यूटर और इंटरनेट के सहयोग से आज का मानव विश्व के किसी भी भाग से किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त कर सकता है। वह सम्पूर्ण विश्व में अपने उत्पादन का विज्ञापन कर...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धियां Antriksh me Bharat ki Uplabhdiya भारत दुनिया के पहले कुछ ऐसे देशों में से एक है जिसने देश के विकास में ’स्पेस टेक्नोलाॅजी’ के महत्व को अच्छी तरह से समझा है। अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरूआत के बाद इन तीन दशकों में भारत ने इस क्षेत्र में जबर्दस्त सफलता हासिल की है। इंडियन नेशनल सैटेलाइट (इनसैट) और इंडियन रिमोट सेसिंग (आई. आर. एस.) सैटेलाइट विकसित कर...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा भारत महान Mera Bharat Mahan हमारा देश भारत अत्यन्त महान् एवं सुन्दर है। यह देश इतना पावन एवं गौरवमय है कि यहाँ देवता भी जन्म लेने को लालायित रहते हैं। हमारी यह जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। कहा गया है-श्जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीबसीश् अर्थात् जननी और जन्म भूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। प्रसिद्व छायावादी कवि जयशंकर प्रसाद जी ने अपने एक नाटक के गीत में लिखा है-...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
केबल टीवी के समाज पर प्रभाव Cable TV ke Samaj par Prabhav भारतीय समाज में पिछले दस-बारह वर्षों में केबल संस्कृति की वजह से अनेक परिवर्तन आए हैं। रंगीन टेलीविजन पर जब से लोगों ने अनेक टी.वी. चैनलों पर विभिन्न कार्यक्रम देखने में अधिक रूचि दिखाई है, तब से इसका भारतीय संस्कृति पर प्रभाव निरन्तर बढ़ता ही जा रहा है। केबल संस्कृति से भारतीय समाज में आधुनिकता और पाश्चात्य संस्कृति...
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June 21, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
कंप्यूटर के लाभ अथवा हानियाँ Computer Ke Labh athva Haniya आज के युग को ’कंप्यूटर युग’ कहना अत्युक्ति न होगा। विज्ञान के क्षेत्र में ऐसे-ऐसे आविष्कार हो चुके हैं कि मनुष्य उन्हंे देखकर दाँतों तले उंगली दबा लेता है। कंप्यूटर का आविष्कार वैज्ञानिक चमत्कारों में एक ऐसा ही चमत्कार है जिसने मानव जीवन को सरल एवं सुखद बना दिया है। भारत समेत दुनिया के अनेक देशों के कंप्यूटर अपने विकास...
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June 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरे सपनों का भारत Mere Sapno ka Bharat Best 5 Essay on ” Mere Sapno ka Bharat” निबंध नंबर :- 01 मैं भारत का निवासी हूँ। मुझे अपने देश पर गर्व है। मैं अपने सपनों में एक महान देश की कल्पना करता हूँ। मेरे सपनों का भारत ऐसा होगा जिसमें सब देशवासी सुख-शांति से रह सकेंगे। यह भारत प्राचीन गौरवशाली भारत के समान होगा प्राचीनकाल में भारत को ‘सोने...
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June 15, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages4 Comments