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Hindi Essay on “America ka Bharat par Prabhav” , ”अमेरिका का भारत पर प्रभाव” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi Essays
अमेरिका का भारत पर प्रभाव America ka Bharat par Prabhav                   अमेरिकी प्रतिरक्षा प्रणाली से भारत बिना प्रभावित हुए नहीं रह सकता। यद्यपि भारत ने उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन किया है तथापि बाद में यह स्पष्ट किया कि हमने अंतरिक्ष में उन्नत प्रौद्योगिकी वाले शस्त्र तैनात किए जाने का समर्थन नहीं किया बलिक राष्ट्रपति बुश की घोषणा के उस हिस्से का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Mere Vidyalaya ka Pustkalaya”, “मेरे विद्यालय का पुस्तकालय” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

मेरे विद्यालय का पुस्तकालय Mere Vidyalaya ka Pustkalaya                    मेरे विद्यालय में एक पुस्तकालय है। यह पुस्तकालय एक बहुत बड़े कमरें में है। इस कमरे मंे लगभग 20 अलमारियाँ हैं। इन अलमारियों में विभिन्न विषयों की पुस्तकों को बहुत ही सहेजकर रखा गया है। हमारे  पुस्तकालय के अध्यक्ष ने इन पुस्तकों को विभिन्न शीर्षकों में बाँटकर सुचीबद्ध कर रखा है, ताकि हमें अपनी इच्छानुसार पुस्तकें ढूँढ़ने में सुविधा रहे। हमारे...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Sachin Tendulkar ki Uplabhdiya”, “सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियाँ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियाँ Sachin Tendulkar ki Uplabhdiya                   दुनिया के बेहतरीन शब्दकोश में सचिन तंेदुलकर की उपलब्धियों की व्याखया करने वाले सही शब्द नहीं मिल पाएँगें। एक लंबे समय से किक्रेट की दुनिया में सचिन जैसा बल्लेबाज देखने को नहीं मिला। उनके जैसे विनम्र लेकिन देश के लिए दृढ़ आत्मविश्वास के साथ खेलने वाले किक्रेट खिलाड़ी कम ही देखने को मिलते हैं। उन्होंने अपने स्कूल शारदाश्रम से अपने खिलाड़ी...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Mahangi Shiksha ki Samasya”, “मंहगी शिक्षा की समस्या” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

मंहगी शिक्षा की समस्या Mahangi Shiksha ki Samasya                     भारत में शिक्षा निरंतर मंहगी होती चली जा रही है। अब शिक्षा दो प्रकार की हो गई है- गरीबों की शिक्षा और अमीरों की शिक्षा। गरीब सरकारी रहमोकरम पर छोड़ दिए गए हैं जबकि अमीर अपने धन के बल पर महंगी शिक्षा पाने में सफल हो जाते हैं। अब शिक्षा एक व्यवसाय का रूप ले चुकी है। इसमें केवल धन...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Jativad ka Vish”, “जातिवाद का विष” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

जातिवाद का विष Jativad ka Vish                   हमारे देश में विगत एक दशक से जातीयता का विष बुरी तरह से व्याप्त होता चला जा रहा है। वैसे तो जातीयता की भावना बहुत पुरानी है, पर राजनीति ने इसको एक नई धार दे दी है। वोटों की राजनीति जातीयता पर आधारित रहती है। सभी पार्टियाँ मंच पर तो आदर्शवादिता की दुहाई देती हैं, पर उनके चिंतन में जातीयता घुसी होती है।...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Badhua Majdoor ki Samasya”, “बंधुआ मजदूर की समस्या” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

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बंधुआ मजदूर की समस्या Badhua Majdoor ki Samasya निबंध नंबर :- 01                 बंधुआ मजदूर वे होते हैं जिन्हें कोई व्यक्ति अपना काम करने के लिए विवश किए रहता है। इन व्यक्तियों का अपना स्वतंत्र जीवन नहीं होता। इन मजदूरों ने अपने मालिक से थोड़ा बहुत कर्ज लिया होता हैं और मालिक इन्हें बंधुआ मजदूर बना लेता है और इनसे मनचाहा काम करवाता है। कई बार तो किसी व्यक्ति की कई...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Bal Shramik ki Samasya”, “बाल श्रमिक की समस्या” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

बाल श्रमिक की समस्या Bal Shramik ki Samasya                                   बाल श्रमिक की समस्या अत्यंत विकट है। यद्यपि कानून बनाकर बाल-मजदूरी पर रोक लगा दी गई है, पर व्यवहार में कुछ और ही हो रहा है। आज भी ढाबों पर, घरेलू उद्योगों में इन बाल श्रमिकों को देखा जा सकता है। इन बच्चों से इनका बचपन छीना जा रहा है। यह आयु उनके पढ़ने-लिखने की है, पर उन्हें काम पर जाने...
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Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Shahro ka Vatavaran”, “शहरों का वातावरण” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.

शहरों का वातावरण Shahro ka Vatavaran   आज का शहरी वातावरण दमघोंटू प्रतीत होता है। शहरों में बाहरी चमक-दमक तो बहुत है, पर यहाँ के वातावरण में खुलेपन का अभाव है। यहाँ हमें अपना दम घुटता हुआ प्रतीत होता है। इस प्रकार का वातावरण क्यों बना है। इस पर विचार करना आवश्यक हो गया है।                 शहर कंकरीट के जंगल बनकर रह गए हैं। यहाँ से हरियाली गायब होती जा रही...
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