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Posts tagged "हिन्दी निबंध" (Page 16)
दिल्ली मेट्रो: मेरी मेट्रो Delhi Metro-Meri Metro संकेत बिंदु –प्रारंभ –विभिन्न रूट –आरामदायक –विकास की संभावनाएँ दिल्ली मेट्रो का प्रारंभ 25 दिसंबर, 2002 को हुआ। तब केवल एक रूट सीलमपुर से तीस हजारी तक का शुरू किया गया था। आज दिल्ली में मेट्रो का जाल बिछ गया है। तीस हजारी से रिठाला, कश्मीरी गेट से दिल्ली विश्वविद्यालय, द्वारका से कनॉट प्लेस (राजीव चौक) तथा चाँदनी चौक तक के कई रूटों पर...
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April 28, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
खेलों की दुनिया Khelo ki Duniya संकेत बिंदु –जीवन में खेल –खिलाड़ी की प्रवृत्ति –विभिन्न खेल –खेल समाचार, लेख खेल एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अधिकांश लोगों की रुचि होती है। खेल हर आदमी के जीवन में ऊर्जा का संचार करता है। बचपन केही हमारी खेलों में रुचि होती है और हममें से अधिकांश के भीतर एक खिलाडी जरूर रहता है। जीवन की भाग-दौड़ और दूसरी जिमेदारियों की वजह से...
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April 28, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जनसंचार माध्यम Jansanchar Madhyam संकेत बिंदु-संचार का अर्थ –जनसंचार का स्वरूप –जनसंचार के कार्य –जनसंचार के विविध उपकरण संचार दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच सूचना, विचारों और भावनाओं का आदान-प्रदान है। संचार के कई प्रकार हैं जिनमें मौखिक और अमौखिक संचार के अलावा अंत: वैयक्तिक, अंतरवैयक्तिक, समूह संचार और जनसंचार प्रमुख हैं। जनसंचार सूचना, शिक्षा और मनोरंजन के अलावा एजेंडा तय करने का काम भी करता है।...
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April 28, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बदलता भारत Badalta Bharat संकेत बिंदु –भारत का वर्तमान रूप –बदलाव –सुनहरा अतीत –भविष्य हम भारत में हो रहे बड़े बदलावों और विकास कार्यों की दहलीज पर खड़े हैं। यह हर भारतीय के लिए उम्मीदों भरा दौर है, एक ऐसा दौर है जिसमें वे बेहतर जिंदगी और बेहतर देश का ख्वाब देख सकते हैं। लिहाजा, यही वह वक्त है, जब हम भविष्य के भारत का ताना-बाना बुनें। हालाँकि जब हम सावधानीपूर्वक...
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April 28, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
प्रदूषण की समस्या Pradushan Ki Samasiya संकेत बिंदु –भूमिका –विकट समस्या –कारण –निवारण आज प्रदूषण की समस्या अत्यंत विकराल होती जा रही है। अब हमें शुद्ध वायु तक उपलब्ध नहीं है। वैज्ञानिक आविष्कार्य और बदलते हुए औद्योगीकरण के फलस्वरूप वायु सर्वाधिक दूषित और विषैली हो चली है। बेशुमार धुंआ उगलते कल-कारखाने, सड़कों पर पेट्राल और डीजल का विशाल धुओं सारे पर्यावरण को रुग्ण, विषैला और निर्जीव बना रहा है। कल-कारखानों से...
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April 28, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
टेलीविज़न और उसकी उपयोगिता Television aur Uski Upyogita Essay No. 01 जान-विज्ञान के हर क्षेत्र में प्रगति कर रहे वैज्ञानिकों ने अनेक अदभत सफलताएँ प्राप्त की हैं। टैलीविज़न भी ऐसी ही एक उपलब्धि है। टैली का अर्थ है दर और विजन का अर्थ है दृष्टि अर्थात् ऐसा उपकरण जिसके द्वारा दर घटने वाली घटनाएँ भी देखी जा सकें। हिन्दी में इसका दूरदर्शन’ नाम अत्यन्त उपयुक्त है। स्काटलैंड के एक वैज्ञानिक ने...
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January 13, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जब आवै संतोष धन, सब धन धूरि समान Jab Aave Santosh Dhan Best 4 Hindi Essay on “Jab Aave Santosh Dhan” निबंध नंबर :- 01 ‘हरि अनंत, हरिकथा अनंता’ की भाँति हमारी इच्छाओं का भी कोई अंत नहीं होता। एक इच्छा पूरी होती नहीं कि दूसरी इच्छा पैदा हो जाती है। पूरा जीवन हम इच्छाओं के मूकड-जाल में फंसे रहते हैं। इच्छाओं के इस असीम सागर को पार करना तो किसी...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पुस्तकालय Pustkalaya Essay No. 01 पुस्तकें ज्ञान का भण्डार होती हैं। हर प्रकार का ज्ञान आज के युग में पुस्तकों के रूप में उपलब्ध है। आज प्रायःसभी लोग ज्ञान की प्राप्ति के प्रयत्न करते रहते हैं। पुस्तकें ज्ञान भी देती है मनोरंजन भी करती हैं। पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र हैं। उनको पढ़ने से ज्ञान भी मिलता है, समय का सदुपयोग भी हो जाता है। कोई व्यक्ति कितना भी धनवान क्यों...
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August 2, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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