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Posts tagged "हिंदी निबंध" (Page 5)
शिक्षा में खेल कूद का महत्त्व Shiksha me Khel-kood ka Mahatva खेल-कूद की मानव जीवन में अत्यधिक उपयोगिता है। इनकी हमारे शरीर के लिए इतनी ही आवश्यकता है जितनी कि हमारे शरीर को स्वच्छ जलवायु तथा प्रदूषणरहित वातावरण की। जहाँ हमारे शरीर को स्वस्थ तथा निरोग रखने में पौष्टिक एवं सन्तुलित आहार अपना योगदान देते हैं, वहीं खेलें शरीर को नई स्फूर्ति प्रदान कर जीवन को शक्ति देने वाली खुराक...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जीवन में अनुशासन का महत्त्व Jeevan me Anushasan ka Mahatva निबंध नंबर :- 01 नियमबद्ध और नियन्त्रण में रह कर कार्य करना अनुशासन कहलाता है। अनुशासन मानव जीवन का एक परम आवश्यक और महत्वपूर्ण अंग है। मानव जीवन में अनुशासन का होना अति आवश्यक है। समाज का कोई भी अंग जब अनुशासनहीन हो जाता है तो अव्यवस्था फैल जाती है। विद्यार्थी में अनुशासन का होना तो परमावश्यक है। जो विद्यार्थी या...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
परिश्रम का महत्त्व Parishram ka Mahatva निबंध नंबर :- 01 कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता। सभी जीवन जीने के लिए कमाते हैं। यदि कोई व्यापारी है तो कोई नौकरी करता है। यदि कोई वकील है तो कोई डॉक्टर है। एक मजदूर या खेतों में काम करता है या सड़क के किनारे। चाहे उनका यह कार्य बहुत सख्त है किन्तु यही उनका सम्मान है। जो लोग अमीरी में पैदा...
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April 29, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
ऐतिहासिक स्थल की यात्रा Aitihasik Sthal ki Yatra Best 5 Essays on “Aitihasik Sthal ki Yatra” निबंध नंबर :- 01 भारत के हर प्रदेश और क्षेत्र में अनेकानेक ऐतिहासिक स्थल बिखरे पडे हैं। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक के इलाके में प्राचीन मन्दिरों और किलों के खण्डहर स्थान-स्थान पर देखे जा सकते हैं। कश्मीर का मार्तण्ड मंदिर नवीं शताब्दी में बना था। आज वह खण्डहरों के बीच स्थित है और हजारों...
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February 24, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
अध्यापक दिवस Adhyapak Diwas डॉ. सर्वेपल्ली राधाकृष्णन भारत के ही नहीं, विश्व के अद्वितीय वक्ता एवं दार्शनिक थे। उन्होंने भारतीय दर्शन की प्रतिष्ठा विदेशों में स्थापित की थी। भारत वर्ष में उन्होंने अपना जीवन एक अध्यापक से प्रारंभ किया। अध्यापन कार्य में उन्नति करते-करते आप अनेक विश्व विद्यालयों में दर्शन शास्त्र के प्रोफेसर रहे। शिकागो विश्व विद्यालय में प्रोफेसर के रूप में आपने बड़ा सम्मान पाया। भारत स्वतंत्र होने पर वे...
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August 2, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा प्रिय लेखक Mera Priya Lekhak मानव जीवन में साहित्य का महत्वपूर्ण स्थान है। साहित्य अपने में कई विधाएँ – गद्य, पद्य, नाटक, चंपू आदि समेटे है। हर भाषा में पद्य की रचना पहले होती है, गद्य साहित्य उसके पश्चात आता है। हिन्दी में भी यही परंपरा रही। यही कारण है कि हिन्दी का गद्य साहित्य आधुनिक काल की ही देन है। पं. महावीर प्रसाद द्विवेदी के प्रभाव से हिन्दी साहित्य...
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August 2, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा प्रिय कवि Mera Priya Kavi हिन्दी साहित्य के इतिहास में अनेकों प्रतिभाशाली कवियों का उल्लेख किया गया है। उसके अतिरिक्त भी आधुनिक युग में अनेक प्रतिभाशाली कवि है। सभी कवियों की अलग अलग शैलियाँ अलग अलग विषय है, इसी कारण कोई किसी एक कवि का प्रशंसक है तो कोई दूसरे का। मुंडे मुंडे म तिर्भिन्ना। पर मुझे तो अपने समकालीन कवि मैथिली शरणजी गुप्त सर्वाधिक प्रिय है। मैं उनका...
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August 2, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा प्रिय नेता Mera Priya Neta निबंध नंबर :- 01 राजेन्द्रबाबू को मैने 1947 से जाना, जब वे कुछ दिन क लिए वर्धा आए थे। उस समय से हमारा परिचय और सम्बन्ध बढ़ता ही गया। धीरे धीरे मै उनके परिवार का सदस्य ही नही बेटी बन गई। जब वे वर्धा आए तब मेरा बच्चा केवल एक डेढ़ वर्ष का था। बाबूजी नित्य उसे पलंग पर बैठाकर साथ ही नाश्ता करते। उनकी...
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August 2, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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