Home » Languages » English (Sr. Secondary) » Pehli April, “पहली अप्रैल” Hindi motivational moral story of “Pt. Brijnarayan Chakvast” for students of Class 8, 9, 10, 12.
Pehli April, “पहली अप्रैल” Hindi motivational moral story of “Pt. Brijnarayan Chakvast” for students of Class 8, 9, 10, 12.
पहली अप्रैल
Pehli April
उर्दू के विख्यात शायर पं. ब्रजनारायण ‘चकवस्त’ यद्यपि बड़े गम्भीर व्यक्ति थे, पर व्यंग्य-विनोद भी उनमें कूट-कूट कर भरा था। वह पेशे में वकील थे। एक बार वह किसी मुकदमे में बहस कर रहे थे, तो जज ने कहा, “पण्डित जी, आपके मुकदमे की अगली तारीख पहली अप्रैल रख दी जाये ? आपको कोई असुविधा तो नहीं होगी ?”
चकबस्त तुरन्त उत्तर दिया, “असुविधा कैसी ? वकील का तो पेशा ही अदालत को बेवकूफ़ बनाकर काम निकालना है। पहली अप्रैल जरूर रखें।”