Home » Languages » Hindi (Sr. Secondary) » Hindustani, “हिन्दुस्तानी” Hindi motivational moral story of “Suryakant Trpathi Nirala” for students of Class 8, 9, 10, 12.
Hindustani, “हिन्दुस्तानी” Hindi motivational moral story of “Suryakant Trpathi Nirala” for students of Class 8, 9, 10, 12.
हिन्दुस्तानी
Hindustani
एक बार रेलगाड़ी में कहीं जाते हुए निराला जी को पंडित नेहरू दिखाई दे गये। पंडित नेहरू ने उन दिनों भाषा के सम्बन्ध में विचार प्रकट किए थे। उन्होंने हिन्दुस्तानी का समर्थन किया था। निराला जी ने हँसते हुए पंडित नेहरू से कहा, “आप हिन्दी के मेरे शब्दों का हिन्दुस्तानी में अनुवाद कर दें।” इस बात पर नेहरू जी ने लाचारी दिखाई। निराला जी ने कहा, “हमने भी कुछ विचार इस सम्बन्ध में निर्धारित कर रखे हैं। हमारे विचार में हिन्दुस्तानी की पहुँच साधारण, बोलचाल के महकमे तक ही है और राजनीति में भी संस्कृत, अरबी, अंग्रेजी के बिना वह लंगड़ी हो जाती है। हिन्दुस्तानी का साहित्यिक अस्तित्व है ही नहीं। “