Hindi Letter “Sahayata Samuh me sahbhagita hetu Pita ko anumati Patra”,”सहायता समूह में सहभागिता हेतु पिता को अनुमति पत्र” Hindi Letter for Class 10, 12 and Graduation Classes.
सहायता समूह में सहभागिता हेतु पिता को अनुमति पत्र
Sahayata Samuh me sahbhagita hetu Pita ko anumati Patra
शिवाजी नगर,
लुधियाना।
29 जनवरी, 2012
विषय: सहायता समूह में सहभागिता हेतु अनुमति
पूज्य पिताजी,
सादर चरण स्पर्श।
मैं यहाँ सकुशल हूँ। आशा है, घर पर सभी लोग भली प्रकार होंगे। पिताजी, आपने मुझे प्रारंभ से ही अच्छे संस्कार प्रदान किए हैं। समाजसेवा और दूसरों के दुखों को बाँटने की चेष्टा मानव मात्र का धर्म है। यह आप ही के द्वारा प्राप्त शिक्षा है जो मुझे इस ओर प्रेरित करती है।
संचार माध्यमों से आपने गत सप्ताह हुई गुजरात की विभीषिका के विषय में जान ही लिया होगा। वहाँ आया भूकंप न जाने कितने प्राणियों को लील गया। कितने ही व्यक्ति घर से बेघर होकर दर-दर अपनों की खोज में भटक रहे हैं। इन भूकंप पीडितों की सहायतार्थ युद्ध स्तर पर राहत कार्य किए जा रहे हैं। अनेक समाजसेवी संस्थाएँ भी इस कार्य में जुटी है।
भूकम्प पीड़ितों की सहायता के लिए राज्य और केंद्र सरकार भी व्यापक रूप से कार्य कर रही हैं। जगह-जगह भूकंप पीड़ित शिविर लगाए गए हैं जहाँ लोगों के खाने-पीने, रहने तथा दवा आदि की समुचित व्यवस्था है। भूकंप में गायब हुए लोगों की तलाश के लिए अनेक दल बनाए गए हैं जो अपने स्तर पर अत्यंत सराहनीय कार्य कर रहे हैं। वे उन्हें खोज-खोजकर इन शिविरों में ला रहे हैं और उनकी हर संभव सहायता कर रहे हैं।
आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि हमारे विद्यालय का स्काउट दल भी हमारे प्रशिक्षक के नेतृत्व में अगले सप्ताह वहाँ भेजा जा रहा है। इच्छुक उम्मीदवार के दल में मैं भी अपना नाम लिखवाना चाहता हूँ किंतु आपकी अनुमति के बिना मैं कोई निर्णय नहीं ले सकता। यह दल एक सप्ताह वहीं रुकेगा तथा संपूर्ण खर्च विद्यालय की ओर से वहन किया जाएगा।
अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि इस पुण्य कार्य के लिए मुझे अनुमति प्रदान करें ताकि मैं आपके आदर्शों को मूर्त रूप दे सकें। घर में सभी मुझे याद करते होंगे। सबको मेरी ओर से यथायोग्य ।
आपका पुत्र
शरद