Hindi Letter “ Pariksha me Asafal hone par Pata ka Patra ”, “ पर्यटन पर जाने की अनुमति हेत अपने प्राचार्य को एक आवेदन पत्र “ Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes.
परीक्षा में असफल होने पर पिता का पत्र को सांत्वना-पत्र लिखना
Pariksha me Asafal hone par Pata ka Patra
11/11, जुगनू गली-18,
जयपुर।
दिनांक………………………
प्रिय पुत्र राहुल,
शुभाशीर्वाद,
पुत्र, यह सुनकर थोड़ा दुख तो हुआ कि तुम इंजीनियरिंग की परीक्षा में असफल हो गए। परंतु चिंता मत करना। याद रखना-जो घोड़े पर चढ़ेगा, वही गिरेगा। एक कहावत तो तुमने सुनी ही होगी-“गिरते हैं शह सवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरेंगे, जो घुटनों के बल चलें।”
पुत्र, सब कुछ भूलकर पुनः पढ़ने में अपना मन लगाओ। अगली बार तुम अवश्य अव्वल आओगे। तुम्हें अवश्य सफलता मिलेगी। ध्यान रहे-असफलता ही हमें सफलता का मार्ग दिखाती है। इसलिए जीवन में हमें कभी असफलता से नहीं घबराना चाहिए। यदि किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो, तो तुरंत मुझे फोन करना।
शेष कुशल।
तुम्हारे पिताजी,
प्रभुदयाल गर्ग