Hindi Letter “Mitra ko vada na nibha pane ke liye khed patra”, “अपने मित्र को किये गये वादे को न निभा पाने के लिये प्रकट करते हुये एक पत्र” Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes.
अपने मित्र को किये गये वादे को न निभा पाने के लिये प्रकट करते हुये एक पत्र लिखिए।
Mitra ko vada na nibha pane ke liye khed patra
16-सी,
कृष्ण नगर शाहदरा, दिल्ली
23 फरवरी, 20……
प्रिय गोविन्द,
मुझे बहुत खेद है कि मैं कल वादा करके भी न पहुँच सका। मुझे पता है तुमने मेरी बहुत प्रतीक्षा की होगी।
बात ही ऐसी थी, मित्र! कल मेरी छोटी बहन कुछ बच्चों के साथ खेल रही थी तो उसका पैर फिसल गया और चोट लग गयी। उसके माथे पर गहरी चोट लगी और बहुत खून बहने लगा। उसे शीघ्र डॉक्टर के पास ले जाना जरूरी था। उसके माथे पर पाँच टाँके लगाने पड़े।
कल उसे बहुत दर्द और बुखार भी था। पर आज वह कुछ ठीक है। अब जब तुम जान गये हो कि मैं क्यों नहीं पहुँच पाया तो उम्मीद है तम मुझे माफ कर दोगे कि मैं कल समय देकर भी नहीं पहुँच पाया।
तुम्हारा घनिष्ठ मित्र
कुणाल
दिनांक : 23 फरवरी 20…..