Hindi Letter “Mahilao ke Janamdar me kami hone par Sampadak ko patra”, “पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की जन्मदर में कमी के संबंध में उपाय भी सुझाते हुए संपादक को पत्र”
पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की जन्मदर में कमी के संबंध में उपाय भी सुझाते हुए संपादक को पत्र
परीक्षा भवन ।
दिनांक………
सेवा में,
कार्यकारी संपादक
दैनिक स्वतंत्र भारत
लखनऊ
विषय : पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की जन्मदर में कमी के संबंध में
महोदय!
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि भारत के अधिकांश विशेष रूप से राजस्थान, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, छत्तीसगढ़, झारखंड जैसे राज्यों में महिलाओं की संख्या में भारी कमी आई है। इन राज्यों के कई गांवों में तो एक हजार पुरुषों में साढे आठ सौ महिलाएँ हैं। ऐसा इस कारण हुआ है कि यहाँ लड़कों की चाह में लड़कियों को गर्भ में ही मार देने के मामले बढ़े हैं। अगर इन राज्यों में भ्रूण हत्याओं में रोक पर सख्ती से अमल नहीं किया गया तो आगे चलकर भारी अराजकता पैदा हो जाएगी। इस बुराई के कारण सामाजिक संतुलन भी बिगड़ सकता है। जो डॉक्टर धन के लोभ में भ्रूणहत्या के दोषी पाए जाते हैं उन पर तत्काल कड़े दण्ड की व्यवस्था की जाए। लिंग परीक्षण के दोषियों को भी किसी सूरत में बख्शा नहीं जाए।
भवदीय
कृपाशंकर सिंह
रोहतक (हरियाणा)