Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Vigyapani” “विज्ञापन” for Class 10, 12 Examination.
विज्ञापन (Vigyapan)
किसी उत्पाद, सेवा को बेचने, या प्रवर्तित करने के उद्देश्य से जो जनसंचार किया जाता है उसे विज्ञापन कहते है। जो विज्ञापन श्रोताओं, पाठकों या उपभोक्ताओं के मन पर जितनी गहरी छाप छोड़ देता है, वह उतना ही प्रभावी विज्ञापन कहलाता है। विज्ञापन उत्पादित वस्तु को लोकप्रिय बनाने और जरूरत महसूस कराने का काम करता है। आज के युग में विज्ञापन एक कला न रहकर एक जरूरत बन गई है। सुबह आँख खुलते ही चाय की चुस्की के साथ अखबार में सबसे पहले विज्ञापन पर ही नजर जाती है। दुकानों से लेकर गाड़ियों तथा दीवारों तक हर जगह विज्ञापन ही विज्ञापन नजर आते हैं। कुछ विज्ञापन वस्तुओं के गुणों को बढ़ा-चढ़ाकर विज्ञापित करते हैं, जैसे- एक महीने में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना सीखें, एक हफ्ते में गंजे के बाल उग आएँगे। टी.वी. पर भी अन्य धर्म- पूजा पाठ से संबंधित तथा अंध विश्वासों को बढ़ावा देकर भ्रमित करने वाले कई विज्ञापन दिए जाते हैं। ऐसे भ्रमित करने वाले विज्ञापनों पर रोक लगाई जानी चाहिए। परंतु आज के युग के लिए विज्ञापनों की आवश्यकता है सरकार को विज्ञापनों की सच्चाई की जाँच अवश्य करानी चाहिए तथा शिक्षा, चिकित्सा आदि से संबंधित भ्रमित करने वाले विज्ञापनों पर रोक लगानी चाहिए।