Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Vigyan tatha Manaviya Prasannata” , ”विज्ञान तथा मानवीय प्रसन्नता” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
विज्ञान तथा मानवीय प्रसन्नता
विज्ञान ने मानव जीवन में क्रांति ला दी है। मानव गतिविधियों का कोई भी हिस्सा इस से अनभिज्ञ नहीं है। कल के सपने आज की असलियत बन चुके हैं। यदि हमारे पूर्वज आज आ जाएं तो वे आज की तरक्की को देख कर विश्वास नहीं करेंगे।
विज्ञान ने दरियों को कम कर दिया है। दुनिया छोटी हो गई है। हम 24 घंटों में हवाई जहाज के जरिए परी दुनिया घूम सकते हैं। बिना समय लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर संदेश भेजे जा सकते हैं। पेजर तथा फैक्स कमाल का काम कर रहे हैं। विज्ञान ने चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है। इसने अंधे को आंखें, बहरे को कान तथा लंगडे को टांगे प्रदान की हैं। विज्ञान ने हमें आराम के अनेक साधन दिए हैं। हीटर तथा कूलर जैसी चीज़ों ने जीवन जीना बहुत ही आसान कर दिया है।
विज्ञान ने खेतीबाड़ी के तरीकों को और भी आसान कर दिया है। आज किसानों के पास अच्छी फसलें हैं। वह अच्छी किस्मों के बीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। खेती अब तकनीकी हो गई है। अब हलों को ट्रैक्टर के साथ इस्तेमाल किया जाता है। किसान नलकूपों का इस्तेमाल कर रहा है। विज्ञान ने उद्योग के क्षेत्र में बहुत तरक्की कर ली है। जो कार्य मान हाथों द्वारा किया जाता था अब उसे मशीनें कर रही हैं। मशीनें हमें तैयार करती हैं तथा का लिए खाना बनाती हैं। ये हमें मनोरंजन का साधन प्रदान करती हैं। रेडियो, टी.वी. ना सिनेमा ने हमारे खाली समय को भर दिया है। अब कम्प्यूटर के आने से व्यक्ति के जीवन का ढंग ही बदल गया है।
इसमें कोई शक नहीं कि विज्ञान ने व्यक्ति का जीवन आरामदायक बना दिया है। किन्त इसने उसके मन की शांति छीन ली है। शहरीकरण ने पूरे विश्व का वातावरण प्रदूषित कर दिया है। विश्व हर समय परमाण जंग के खतरे में जी रहा है। यदि तीसरा विश्व-युद्ध हो गया तो पूरी मानव-जाति नष्ट हो जाएगी। इसलिए मानव को विज्ञान का सही इस्तेमाल करना सीखना चाहिए।