Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Thomas Robert Malthus” , ”माल्थस” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
माल्थस
Thomas Robert Malthus
इंग्लैंड : अर्थशास्त्री
जन्म : 1766 मृत्यु : 1834
माल्थस एक महान अंग्रेज अर्थशास्त्री थे। उनका जनसंख्या निवारण सिद्धांत अपना अलग महत्त्व रखता है। उन्होंने बढ़ती हुई जनसंख्या को नियूँत्रित करने की दिशा में उपयोगी विचार प्रस्तुत किए।
टॉमस रॉबर्ट माल्थस का जन्म सन् 1766 को सरे (इंग्लैंड) में हुआ था। उनके पिता डेविड ह्यूम व रूसो के मित्र थे। माल्थस ने कैम्ब्रिज में शिक्षा ली थी। वह ग्रीक व लेटिन के ज्ञाता थे। सन् 1791 में उन्होंने एम.ए. किया और सन् 1791 में यूरोप यात्रा पर निकल पड़े। सन् 1804 में उनका विवाह हुआ। सन् 1805 में उन्हें ईस्ट इंडिया कंपनी में इतिहास व राजनीतिक अर्थशास्त्र के प्रोफेसर की नौकरी मिल गई। माल्थस 31 वर्ष की आयु में पादरी बन गए थे।
सन् 1798 में माल्थस के निबंध ‘ऐन एस्से ऑन द प्रिंसिपल ऑफ पॉपुलेशन ऐज इट एफेक्ट्स द फ्यूचर इंप्रवमेंट ऑफ सोसाइटी’ ने समाज में धूम मचा दी। इसका दूसरा भाग सन् 1803 में ‘एस्से ऑन द प्रिंसिपल्स ऑफ पॉपुलेशन ऑर व्यू ऑफ इट्स पास्ट एंड प्रजेण्ट एफेक्ट्स ऑफ ह्यूमन हैप्पीनेस’ नाम से प्रकाशित हुआ। माल्थस की अन्य रचनाएं हैं: ‘दि क्राइसिस, ए व्यू ऑफ द रिसेंज इंट्रेस्टिंग स्टेट ऑफ ग्रेट ब्रिटेन’, ‘प्रिंसिपल्स ऑफ पॉलिटिकल इकानॉमी’, ‘ए सीरिज ऑफ शॉर्ट स्ट्डीज डीलिंग विथ कॉर्न लॉ’, ‘ऑन रेट’, ‘दि पूअर लॉ’ तथा ‘डिफीनिटिशन इन पॉलिटिकल इकॉनामी’। रॉबर्ट माल्थस का निधन सन् 1834 में हुआ।
माल्थस के सिद्धांत अन्य अर्थशास्त्रियों की भांति सभी देशों के विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाते हैं। माल्थस का कहना था कि “आर्थिक संपन्नता और संतानोत्पत्ति में आनुपातिक वृद्धि होती है। जनसंख्या गुणोत्तर अनुपात (1, 2, 4, 8, 12, 16 …) में बढ़ती है, जबकि मानवीय आहार अंकगणितीय अनुपात (1, 2, 3, 4, 5,…) में बढ़ता है।” माल्थस ने जनसंख्या परिसीमन के लिए कृत्रिम उपाय सुझाए थे। उनके अनुसार-जनसंख्या प्राकृतिक अवरोधों द्वारा भी नियूँत्रित होती है। उन्होंने ‘जनसंख्या विस्फोट’, ‘कृषि उत्पत्ति ह्यस-नियम’ आदि पर भी उपयोगी सिद्धांत प्रतिपादित किए।