Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Swasthya Ki Raksha” “स्वास्थ्य की रक्षा” for Class 10, 12 Examination.
स्वास्थ्य की रक्षा (Swasthya Ki Raksha)
कालिदास के अनुसार-
“स्वस्थे शरीरे बुद्धयः प्रस्फुरन्ति ।”
अर्थात् स्वस्थ शरीर में बुद्धि भी विकसित होकर श्रेष्ठ कार्य करती है। स्वास्थ्य हमारे ज्ञान का वास्तविक धन है और दुनिया की कोई भी संपदा इसका मुकाबला नहीं कर सकती। अच्छे स्वास्थ्य से शरीर में स्फूर्ति-चुस्ती आएगी, बुद्धि विकसित होगी, शरीर बलशाली होगा और सबसे बड़ी बात हम कर्मशील बनेंगे। इसके लिए हमें पौष्टिक और संतुलित भोजन करना चाहिए। खाने में हरी सब्ज़ियों, ताज़े फलों, सलाद, दूध-दही और अंडे आदि का संतुलित और नियमित भोजन करना चाहिए। स्वास्थ्य रक्षा के लिए नियमित तौर पर व्यक्तिगत स्वच्छता, शरीरिक व्यायाम, योग-ध्यान, संतुलित भोजन, चिकित्सकीय जाँच, भरपूर और पर्याप्त मात्रा में सोना चाहिए। ये हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्धिक स्तर पर स्वस्थ रखेगा। अच्छा स्वास्थ्य ही जीवन का वास्तविक सुख और आकर्षण है, यह जीवन का अमूल्य तोहफ़ा भी है।