Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Sebastian Coe” , ”सेबेस्टियन को” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
सेबेस्टियन को
Sebastian Coe
ब्रिटेन जिसने ओलिपिक भावना का मान रखा
जन्म : 1956
सेबेस्टियन को आधनिक विश्व के प्रमुख धावक हैं। उनके द्वारा कई विश्व कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं। अपने ही देश के विख्यात एथलीट स्टीव ओवेट के साथ को की प्रतिस्पर्धाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय रही हैं। दौड़ के क्षेत्र में स्टीव ओवेट-सेबेस्टियन को और मेरी डेकर – जोला बड (महिला) के मुकाबले नब्बे के दशक में बेहद चर्चित हुए। इस बात के लिए को की सराहना की जाती है कि उन्होंने सन् 1980 में अमरीका और यूरोप के अधिकांश देशों द्वारा सोवियत ओलिंपिक के बहिष्कार के बावजूद मास्को जाकर खेलों से राजनीति जोड़ने वालों को करारा जबाव दिया।
को प्रारंभ में 800 मी. की दौड़ में भाग लेते थे, परंतु बाद में उन्होंने 1500 मी. की दौड़ पर भी ध्यान केद्रित किया। को ने । मि. 41.73 से. 800 मी. में तथा 1000 मी. की दौड़ में 2 मि. 12.18 से. का समय दिया। 1500 मी. की दौड़ भी उन्होंने रिकार्ड समय में जीती।
को ने मास्को ओलिंपिक में 800 मी. के लिए रजत व 1500 मी. के लिए स्वर्ण पदक पाया। सन् 1984 के लॉस-एंजिलिस ओलिंपिक में उन्हें फिर 1500 मी. में स्वर्ण व 800 मी. के लिए रजत पदक प्राप्त हुआ। को 1500 मी. की दौड़ में दूसरी बार स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले धावक बने।
न्यूबोल्ड सेबेस्टियन को का जन्म 29 सितंबर, 1956 को लंदन (ब्रिटेन) में हुआ था। उन्हें अपने पिता पीटर से दौड़ का प्रशिक्षण प्राप्त हुआ था। पीटर ने उन्हें बचपन से ही काफी सख्त अभ्यास कराए थे। इसीलिए सेबेस्टियन आगे चलकर लंबी दूरी के श्रेष्ठ धावक बन पाए। सन् 1988 के सियोल ओलिंपिक में को की बीमारी के कारण उनके अनेक अनुरोधों के बावजूद ब्रिटेन ने अपने दल में शामिल नहीं किया। ऐसे नाजक मौके पर ओलिंपिक समिति के प्रधान श्री सामरांच ने उन्हें विशेष रूप से ओलिंपिक में शामिल कराने की पेशकश की, जो को की प्रतिभा का उचित सम्मान कहा जाएगा |सन् 1989 में को ने दौड से संन्यास ले लिया और वह अब ब्रिटेन की राजनीति में अपने पैर जमा रहे हैं।